पर्यावरण पंचतत्व यात्रा पूर्ण, ‘वाटर वुमेन’ शिप्रा ने सरसंघचालक मोहन भागवत से की मुलाकात

नई दिल्ली।देश की प्रसिद्ध पर्यावरण संरक्षक और ‘वाटर वुमेन’ के नाम से चर्चित शिप्रा पाठक ने अपनी 32 दिवसीय पर्यावरण पंचतत्व यात्रा के समापन के पश्चात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत से दिल्ली स्थित झंडेवालान केशव कुंज में शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, वरिष्ठ प्रचारक भैया जी जोशी तथा बजरंग गुप्ता भी उपस्थित रहे। शिप्रा पाठक ने बताया कि इस यात्रा ने 6 राज्यों में 7500 किलोमीटर का सफर तय किया, जिसमें 31 विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रशासन और लाखों छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा केवल प्रकृति के प्रति चेतना नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक ऑक्सीजन का भंडार तैयार करने का यज्ञ है। इस अभियान के अंतर्गत शिप्रा ने युवाओं की अलग-अलग टीम बनाकर उन्हें “पर्यावरण प्रहरी” के रूप में तैयार किया है। ये टीमें देशभर में पौधारोपण कर स्थायी वृक्षारोपण अभियान चलाएंगी।

साथ ही, वर्ष 2024 के सबसे भावनात्मक हादसे “ऑपरेशन सिंदूर” को समर्पित करते हुए उन्होंने 100 से अधिक स्थानों पर “सिंदूर वाटिकाएं” स्थापित की हैं। इस मुहिम के लिए उन्हें छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव सहाय, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव तथा आईआईएम रायपुर द्वारा विशेष सम्मान भी प्राप्त हुआ। संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित अन्य वरिष्ठों ने शिप्रा के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें भारत के भविष्य का हरित दूत बताया और कहा कि – “तुम्हारे जैसे निस्वार्थ पर्यावरण प्रेमी ही भारत को पुनः प्रकृति के साथ जोड़ सकते हैं। यह चेतना युवाओं के माध्यम से पूरे देश में फैलेगी।” गौरतलब है कि इससे पूर्व शिप्रा पाठक ने राम जन्मभूमि अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक की 4100 किमी लंबी पद यात्रा भी सफलतापूर्वक पूर्ण की थी, जिसमें उन्हें संघ प्रमुख मोहन भागवत और भैया जी जोशी का मार्गदर्शन और आशीर्वाद प्राप्त हुआ था। शिप्रा पाठक की यह यात्रा न केवल पर्यावरणीय चेतना की नई मिसाल है, बल्कि भारत की युवा पीढ़ी को हरित राष्ट्र निर्माण की ओर प्रेरित करने का सशक्त माध्यम बन रही है।