पांच दिवसीय एफएलएन का ब्लॉक स्तरीय संदर्भदाताओं का प्रशिक्षण प्रारंभ

बदायूं। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान फरीदपुर में निपुण भारत मिशन के तहत पांच दिवसीय एफएलएन का ब्लॉक स्तरीय संदर्भदाताओं का प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। प्रशिक्षण का प्रारंभ डायट प्राचार्य दीप्ति वार्ष्णेय द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पण कर किया गया। गौरतलब है कि शिक्षकों के क्षमता संवर्धन हेतु तथा निपुण भारत मिशन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रत्येक जनपद में एफएलएन का प्रशिक्षण दिया जाना है। प्रशिक्षण में शिक्षक संदर्शिका का प्रयोग, प्रभावी कक्षा शिक्षण, प्रिंटेड सामग्री, टीएलएम, लाइब्रेरी बुक्स आदि के प्रयोग को गतिविधियों के माध्यम से सिखाया जाना है। डाइट में चल रहे प्रशिक्षण को प्राप्त करके सभी प्रशिक्षणार्थी मास्टर ट्रेनर के रूप में जनपद के समस्त विकास क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे प्रशिक्षण का उद्घाटन करते हुए डाइट प्राचार्य दीप्ति वार्ष्णेय ने कहा कि पांच दिवसीय एफएलएन का प्रशिक्षण राज्य स्तर पर प्रशिक्षित संदर्भदाताओं द्वारा दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में अधिक से अधिक गतिविधियों के माध्यम से सीखने के अवसर प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि क्योंकि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करके ब्लॉक स्तर पर भी देना है, इसलिए सभी प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्राप्त करें। उन्होंने समस्त मास्टर ट्रेनर को भी प्रशिक्षण के सभी सत्रों को गुणवत्तापूर्ण तथा समयबद्ध संचालन के निर्देश दिए। डाइट के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं प्रशिक्षण प्रभारी मनोज कुमार ने कहा कि एफएलएन का प्रशिक्षण प्रत्येक वर्ष छात्र-छात्राओं के अधिगम को उन्नत करने के लिए दिया जाता है। सत्र 2025-26 में डायट की तरफ से यह प्रथम प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने प्रशिक्षण की व्यापकता को बताते हुए कहा कि इसमें छात्र-छात्राओं का रिमेडियल शिक्षण भी सम्मिलित होता है। प्रशिक्षण के नोडल डायट प्रवक्ता श्रीकांत मिश्रा ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न सत्र का संचालन निश्चित समय सारणी के अनुसार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाषा, गणित तथा अंग्रेजी की पाठ्य पुस्तकों, कार्य पुस्तिकाओं तथा शिक्षक संदर्शिकाओं का प्रभावी प्रयोग प्रशिक्षण का आधार रहेगा। इस अवसर पर डायट प्रवक्ता डॉ कृष्ण कुमार, एसआरजी डॉ लक्ष्मी शुक्ला तथा डॉ धर्मवीर द्वारा भी विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से बताया गया तथा विभिन्न गतिविधियां भी कराई गईं। प्रत्येक विकास क्षेत्र से आए एआरपी तथा केआरपी एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण पूर्ण मनोयोग से प्राप्त किया गया।