मथुरा। में एक चाैंकाने वाला मामला सामने आया। अधीनस्थों के साथ जा रहे डीएम और एसएसपी के काफिले को होमगार्ड ने रोक दिया। आगे नहीं जाने दिया। मजबूरन अधिकारियों काे अपना रास्ता बदलना पड़ा। अधिकारी होमगार्ड की कार्यशैली से इस कदर खुश हुए कि उसे सम्मानित करने का निर्णय लिया। पूरा वाकया शनिवार शाम का है। मथुरा में मुड़िया मेला आयोजित है। इसको लेकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी व्यवस्थाओं का दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं। 11 जुलाई तक चलने वाले इस मेला में रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु गिरिराज जी की परिक्रमा देने आ रहे हैं। शनिवार शाम जिलाधिकारी सीपी सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार अधीनस्थों के साथ ई-रिक्शा में सवार होकर गोवर्धन परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण करने के निकले। अधिकारियों का काफिला जैसे ही राधाकुंड से गोवर्धन की ओर आगे बढ़ा, तभी रास्ते में बागड़ी प्याऊ तिराहे पर बैरियर मिल गया। बैरियर पर तैनात होमगार्ड महेंद्र सिंह ने काफिले को रोक दिया। अधिकारियों ने अपना परिचय दिया, लेकिन होमगार्ड ने नियमों का हवाला देते हुए आगे नहीं जाने दिया। होमगार्ड ने अधिकारियों को बताया कि परिक्रमा मार्ग में ई-रिक्शा पूर्णतया प्रतिबंधित है। असल में मुड़िया मेला में श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान रखते हुए पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने ही परिक्रमा मार्ग पर ई-रिक्शा के संचालन पर प्रतिबंध लगाया है। होमगार्ड की कार्यशैली से खुश होकर अधिकारियों ने उसकी पीठ थपथपाई। एसएसपी श्लोक कुमार ने होमगार्ड को सम्मानित करने की बात कही। इसके बाद अधिकारियों ने नियमों का पालन करते हुए रास्ता बदल लिया। इस दाैरान अपर जिलाधिकारी पंकज वर्मा के साथ अन्य अफसर भी मौजूद रहे।