बरेली।मोहर्रम हक़ का प्रतीक है,सौहार्द और भाईचारे का पैगाम हमें कर्बला के शहीदों ने दिया है,हज़रत इमाम हुसैन की याद में हुसैनी पौधरोपण प्रोग्राम का आयोजन जनसेवा टीम के नेतृत्व में सिविल लाइन स्थित मस्जिद नोमहला शरीफ़ परिसर में किया गया,कार्यक्रम की सदारत श्रेष्ठ आई.ए.एस./पी.सी.एस क्लासेस के एमडी गुरुजी डॉ के.बी त्रिपाठी जी ने की उन्होंने ने कहा हम सबका कर्तव्य है कि धरती की हिफाजत के लिये ज़्यादा से ज़्यादा पेड़ पौधे लगाएं। जनसेवा टीम के अध्यक्ष एवं समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी ने सभी लोगो से अपील की हर मोहर्रम में 72 पेड़ लगाएं,उन्होंने कहा कि पौधरोपण केवल एक कार्य नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और संतुलित पर्यावरण सुनिश्चित करने का दायित्व है। यह एक ऐसा निवेश है,जो न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचाता है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान देता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्तर पर पौधरोपण में योगदान देना चाहिए, क्योंकि एक छोटा सा पौधा बड़ा बदलाव ला सकता है। आइए, हम सब मिलकर “हरित भविष्य” की दिशा में कदम बढ़ाएं और धरती को हरा-भरा बनाएं। खानकाहे वामीखिया के सज्जादानशीन हज़रत असलम मियाँ वामीखि व समाजसेवी मोहम्मद कसिम रज़वी ने कहा कि हज़रत इमाम हुसैन ने हम सबको भलाई और सच्चाई की सीख दी है,आने वाली पीढ़ी को प्रदूषण से निजात मिले इस पेड़ लगाए। इस मौके पर श्रेष्ठ आई.ए.एस./पी.सी.एस क्लासेस के एमडी गुरुजी डॉ के.बी त्रिपाठी,हज़रत असलम मियाँ वामीखि,पम्मी ख़ाँ वारसी,डॉ सीताराम राजपूत,मोहम्मद कसिम रज़वी,अहमद उल्लाह वारसी,हाजी साकिब रज़ा ख़ाँ,जियाउर्रहमान,शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी,फ़िरोज़ पठान,नईम खान आदि शामिल रहे।