माल्यार्थ फाउंडेश दिल्ली चैप्टर द्वारा कवि-सम्मेलन, सम्मान एवं पुस्तक विमोचन

बरेली। बरेली के वरिष्ठ कवि ऋषि कुमार शर्मा च्यवन एवं डॉ. आर. सी. पांडे माल्यार्थ फाउंडेशन दिल्ली प्रदेश चैप्टर की साहित्य विमर्श समिति द्वारा रविवार को दिल्ली के द्वारका स्थित जिला उपाध्यक्ष भाजपा नजफगढ़ राजकुमार सिंह भदौरिया के सभागार में एक कवि-सम्मेलन, सम्मान समारोह और पुस्तक के विमोचन समारोह के सफल आयोजन में उपस्थित हुए और उनके द्वारा काव्य पाठ किया गया। इस कार्यक्रम में देश भर से आए साहित्यकारों, कवियों और गणमान्य अतिथियों ने शिरकत की।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ मुख्य अतिथि ऋषि कुमार शर्मा पूर्व उपसचिव हिंदी अकादमी दिल्ली रहे।
समारोह का मुख्य आकर्षण कवि-सम्मेलन में देश के जाने-माने कवियों ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वीर रस, श्रृंगार रस, हास्य और सामाजिक चेतना से ओत-प्रोत कविताओं ने दर्शकों को बांधे रखा। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि राजपाल यादव ने की। कवियों में नोएडा से वरिष्ठ कवि पंडित साहित्य कुमार चंचल, रुद्रपुर से वरिष्ठ कवि पंकज प्रकाश, बाजपुर से विवेक बादल बाजपुरी, मुंबई से डॉक्टर वर्षा सिंह, दिल्ली से वरिष्ठ कवि पी.के. आज़ाद, शिमला से गीता शर्मा, दिल्ली से अदिति अस्थाना आदि ने अपनी प्रस्तुतियों से खूब तालियां बटोरीं। कार्यक्रम का सफल एवं सुंदर संचालन पंडित साहित्य कुमार चंचल एवं डॉ वर्षा सिंह द्वारा सामूहिक रूप से किया गया। इस अवसर पर साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कई साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। उन्हें पटका और स्मृति चिह्न भेंट किया गया।
समारोह में एक महत्वपूर्ण पुस्तक श्रीमती अदिति अस्थाना के काव्य-संग्रह “गुलमोहर” का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। कवयित्री अदिति अस्थाना द्वारा पुस्तक पर प्रकाश डाला गया तथा अध्यक्ष राजपाल यादव एवं विवेक बादल बाजपुरी द्वारा पुस्तक की समीक्षा की गयी। विशिष्ट अतिथियों उत्तम नगर विधानसभा के विधायक एवं डी.डी.सी.अध्यक्ष पवन शर्मा के ओ.एस.डी. अंकुर त्यागी, वरिष्ठ समाज सेविका संध्या सिंह एवं वरिष्ठ समाजसेवी रवि कुमार शर्मा आदि ने कहा कि ऐसे आयोजन साहित्य को नई ऊर्जा देते हैं और युवा पीढ़ी को इससे जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं। मुख्य अतिथि ऋषि कुमार शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा यह कार्यक्रम साहित्य प्रेमियों और दिल्ली के सांस्कृतिक जगत के लिए एक यादगार कार्यक्रम है ,और प्रकार के कार्यक्रम हिंदी के प्रचार प्रसार हेतु अत्यंत आवश्यक हैं। इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यालयों में भी होने चाहिए जिससे भारत के भविष्य बच्चे हिंदी के प्रति समर्पित हो सकें। उल्लेखनीय है कि यह समस्त कार्यक्रम वरिष्ठ समाजसेवी एवं राजनीतिज्ञ राजकुमार सिंह भदौरिया एवं एडवोकेट सुरेंद्र सिंह चौहान के दिशा निर्देशन में संपादित किए गए थे। कार्यक्रम में समाजसेवी रवि कुमार, शोभनाथ गौतम, सुमित अस्थाना, लक्षिता एवं रेयांश के अतिरिक्त बहुत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।