गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय के तत्वावधान में स्वयं सेविकाओं द्वारा किया वनमहोत्सव का शुभारंभ
बदायूं।आज गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य 720 पौधों का रोपण एवं संरक्षण के तहत आज कार्यक्रम अधिकारी असि० प्रो० सरला देवी चक्रवर्ती के निर्देशन एवं प्राचार्या डॉ०गार्गी बुलबुल के संरक्षण में स्वयंसेविकाओं द्वारा वनमहोत्सव का शुभारंभकिया गया।जिसके तहत प्राचार्या एवं कार्यक्रम अधिकारी द्वारा महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण किया गया।

कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर सरला देवी ने ऑन लाइन वेब गोष्ठी के माध्यम से सभी को वन महोत्सव का महत्व समझाया और अधिक से अधिक पौधरोपण करने का संकल्प दिलाया।प्राचार्या डॉ०गार्गी बुलबुल ने समझाया कि हम लोग अपने जीवन में कई प्रकार से उत्सव मनाते हैं,पारिवारिक सामाजिक धार्मिक एवं राष्ट्रीय उत्सव परंतु वन महोत्सव इन सबसे बढ़कर ऐसा उत्सव है जो हमारे जीवन को सच्चा सुख प्रदान करता है। कार्यक्रम अधिकारी सरला ने बताया कि यह महोत्सव हमें प्रकृति से जोड़ता है,यह हमें याद दिलाता है कि मानव,का वनों के बिना कल्याण सम्भव नहीं है। वृक्ष जीवन हैं वृक्षों के बदौलत ही हमारी धरती हरी-भरी है। इनकी रक्षा के लिए प्रयत्न करना आवश्यक है । नए-नए वृक्षों को लगाकर वनों को घना करना वन क्षेत्र बढ़ाना वन महोत्सव का एक अंग है । डॉ०शुभ्रा माहेश्वरी एवं डॉ० उमा सिंह गौर ने कहा किजब हम वनस्पतियों के अस्तित्व के बारे में सोचते हैं तो असल में हम अपने अस्तित्व के लिए ही सोचते हैं। डॉ इति अधिकारी ने बताया कि वृक्ष हमें फल-फूल छाया लकड़ी आदि देते हैं। अंत में सभी स्वयंसेविकाओं कु० साक्षी पटेल, शिवांगी, राजकुमारी, दीप्ती, किरन, सुनीता, पलक ने अपने अपने घरों के आस पास औषधीय गुणों वाले पौधों नीम तुलसी गिलोय एलोवेरा, आम, जामुन,आदि पौधों का रोपण कर संरक्षण का संकल्प लिया।

