लीड्स टेस्ट: भारत को इंग्लैंड से 5 विकेट से हार, गिल ने बताई टीम की कमियाँ

लीड्स (इंग्लैंड)
भारत को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। इंग्लैंड ने 371 रनों के लक्ष्य को कप्तान बेन डकेट के शानदार शतक (149 रन), जैक क्राउली (65 रन), और जो रूट (53 रन) की पारियों की बदौलत पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है।
गिल ने गिनाईं कमियाँ, पर जताया टीम पर भरोसा
मैच के बाद हुई प्रजेंटेशन सेरेमनी में भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने हार को स्वीकार करते हुए कहा, “यह एक शानदार टेस्ट मुकाबला था। हमारे पास मौके थे, लेकिन हमने कैच छोड़े और निचले क्रम ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। बावजूद इसके, टीम पर गर्व है।”
गिल ने यह भी बताया कि चौथे दिन टीम एक समय 430 रन तक पहुंचकर पारी घोषित करने की सोच रही थी, लेकिन “आखिरी छह विकेट सिर्फ 20-25 रन के भीतर गिर गए, जो बेहद निराशाजनक था।”
फील्डिंग रही भारत की सबसे बड़ी कमजोरी
भारतीय कप्तान ने खुले तौर पर माना कि टीम की फील्डिंग मैच में निर्णायक साबित हुई। “हमने कुछ आसान कैच छोड़े, जिसमें एक-से-अधिक मौके ऋषभ पंत से भी छूटे। इस तरह के विकेट पर मौके बार-बार नहीं आते, इसलिए उन्हें भुनाना जरूरी होता है।” – गिल ने कहा।
जडेजा की तारीफ, गेंदबाजों का किया बचाव
शुभमन गिल ने रवींद्र जडेजा की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि “पांचवें दिन जडेजा ने शानदार गेंदबाजी की और विकेट के मौके भी बनाए, लेकिन बदकिस्मती से वे कैच में तब्दील नहीं हो सके।”
उन्होंने साथ ही गेंदबाजों का बचाव करते हुए कहा, “पहले सत्र में हमने सटीक लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी की थी। दुर्भाग्यवश, पुरानी गेंद से विकेट निकालना मुश्किल हो गया और इंग्लैंड ने मौके भुनाते हुए बेहतरीन बल्लेबाजी की।”
बुमराह की फिटनेस पर बोले गिल
जसप्रीत बुमराह की अगले मैच में उपलब्धता को लेकर गिल ने कहा, “इस टेस्ट के बाद हमें थोड़ा ब्रेक मिलेगा। जैसे-जैसे हम दूसरे टेस्ट की तारीख के करीब जाएंगे, वैसे-वैसे निर्णय लिया जाएगा कि बुमराह को खिलाया जाए या नहीं।”
इंग्लैंड ने दिखाया दबदबा, भारत को सुधार की दरकार
बेन डकेट और क्राउली की 188 रनों की ओपनिंग साझेदारी ने भारत की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इसके बाद जो रूट और जैमी स्मिथ की जिम्मेदार पारियों ने इंग्लैंड को जीत दिला दी। भारत की तरफ से गेंदबाजों ने संघर्ष किया, लेकिन फील्डिंग की कमी और बल्लेबाजी क्रम की निचली परत की विफलता ने टीम को पीछे धकेला।
दूसरा टेस्ट 2 जुलाई से बर्मिंघम में
पांच मैचों की इस सीरीज का अगला मुकाबला अब 2 जुलाई से बर्मिंघम में खेला जाएगा, जहाँ भारतीय टीम को सीरीज बराबर करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। देखना यह होगा कि गिल की युवा ब्रिगेड इस हार से क्या सीखती है और क्या बदलावों के साथ मैदान में उतरती है।