बरेली। नगर निगम द्वारा 70 साल पुराने प्रीमियम पर दी गई दुकानों के किराएदारों पर अचानक अत्यधिक किराया वृद्धि थोपे जाने के विरोध में व्यापारी वर्ग भड़क उठा है। निगम के निरीक्षकों द्वारा दुकानदारों से कहा जा रहा है कि अब तक जो किराया वे सालभर में देते थे, वह अब एक माह में देना होगा, और उस पर 18% जीएसटी भी अलग से लागू होगी। इस फैसले से क्षुब्ध होकर नगर निगम की 1400 दुकानों के किरायेदारों ने पार्षद राजेश अग्रवाल से मुलाकात कर अपनी व्यथा साझा की। इसके बाद श्री अग्रवाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में व्यापारी नगर निगम कार्यालय पहुंचे और महापौर डॉ. उमेश गौतम को अपनी समस्या से अवगत कराया। व्यापारियों ने महापौर को बताया कि नगर निगम न केवल अव्यवस्थित रूप से किराया बढ़ा रहा है, बल्कि पूर्व में जमा किए गए किराए को भी स्वीकार नहीं कर रहा। इस अवसर पर किरायेदारों ने किराया जमा करने के संबंध में पत्र भी महापौर को सौंपा। पार्षद राजेश अग्रवाल ने कहा, “अगर नगर निगम किरायानामे की शर्तों के विपरीत किराया बढ़ाता है, तो यह गैरकानूनी होगा और व्यापारी वर्ग किसी भी स्थिति में इसे स्वीकार नहीं करेगा। यदि ऐसा हुआ तो समस्त दुकानदार अपनी दुकानों की चाबी महापौर को सौंप देंगे।” महापौर डॉ. उमेश गौतम ने आश्वस्त किया कि कोई भी अवैध या अन्यायपूर्ण किराया वृद्धि नहीं होने दी जाएगी, और सभी मामलों की गहराई से जांच की जाएगी। इस अवसर पर एस.एस. चावला, राजकुमार, संजय भानु, नरेंद्र कुमार, मोहम्मद जावेद, जसपाल सिंह, रमेश कुमार, अफजाल, आशु, पंकज, विशाल, मोहित अरोड़ा, जतिन यादव, विवेक गर्ग, अमन टंडन, मोहम्मद आजम, केन खुलवे, शिव चावला, रवि शंकर, राजाराम, सचिन गुप्ता, दर्शन कुमार, कैलाश चंद्र, वरुण, अमर सिंह, अमरजीत सिंह, बसंत राम चावला, जमशेद हुसैन आदि व्यापारी मौजूद रहे।