21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 51,000 प्रतिभागी सामूहिक सूर्य नमस्कार करेंगे

बरेली। एमजेपी रोहिलखंड विश्वविद्यालय में आज “योगा मैराथन 1.5” का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत रंग-बिरंगे गुब्बारों को आकाश में छोड़कर की गई, जो शांति, स्वास्थ्य और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक था तथा योग के संदेश को समाज में व्यापक रूप से प्रसारित करने का प्रतीकात्मक प्रयास भी। इसके पश्चात मुख्य अतिथि संजीव अग्रवाल कैंट विधायक एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के. पी. सिंह ने शंखनाद और हरी झंडी दिखाकर योगा मैराथन का विधिवत शुभारंभ किया।
यह मैराथन विश्वविद्यालय के गेट नंबर 2 कुलपति निवास के समीप से आरंभ होकर गेट नंबर 3 रोहिलखंड इनक्यूबेशन फाउंडेशन भवन के समीप तक सम्पन्न हुई। इस आयोजन में विश्वविद्यालय परिसर के लगभग 600 प्रतिभागियों जिनमें शिक्षक, गैर-शिक्षण कर्मचारी एवं छात्र शामिल थे अत्यंत उत्साह और जोश के साथ भाग लिया।
मैराथन से पूर्व एक घंटे का योग सत्र आयोजित किया गया, जिसमें योग प्रशिक्षक धर्मेन्द्र शर्मा तथा दर्शनशास्त्र विभाग द्वारा संचालित डिप्लोमा इन योग पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों ने दैनिक जीवन में उपयोगी सरल योगासनों का प्रदर्शन एवं अभ्यास कराया।
खेल परिषद के सचिव प्रो. एस. एस. बेदी ने स्वागत भाषण में आगामी दो दिनों के योग कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की और कहा कि योग के माध्यम से विश्वविद्यालय समाज के प्रत्येक वर्ग तक स्वास्थ्य, अनुशासन एवं आत्मसंयम की भावना को पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि यह संपूर्ण आयोजन राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल तथा कुलपति के नेतृत्व में समाज और स्वास्थ्य सेवा को समर्पित है।
मुख्य अतिथि संजीव अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा, “योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की एक समृद्ध परंपरा है, जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन का माध्यम है। यह मानव जीवन को स्वस्थ, संयमित और संतुलित बनाता है।” उन्होंने सभी से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील की।
कुलपति प्रो. के. पी. सिंह ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा, “योग न केवल व्यक्ति को स्वस्थ बनाता है, बल्कि समाज को भी सशक्त करता है। इस वर्ष योगा मैराथन का विषय ‘स्वस्थ समाज की ओर बढ़ते कदम’ हमारे इस प्रयास का प्रतीक है कि यदि प्रत्येक नागरिक योग अपनाए, तो हम न केवल अपनी सेहत सुधार सकते हैं, बल्कि पूरे समाज को भी स्वास्थ्य के पथ पर अग्रसर कर सकते हैं।”
उन्होंने बताया कि 4 जून से 21 जून तक विश्वविद्यालय द्वारा योग सप्ताह के अंतर्गत विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें 20 जून को “ज्ञान और अनुभव का संगम” विषय पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित होगी, जिसमें 10 से अधिक देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। वहीं 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय एवं उसके संबद्ध महाविद्यालयों से लगभग 51,000 प्रतिभागी सामूहिक सूर्य नमस्कार करेंगे, जो एक संभावित गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा। यह आयोजन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के संरक्षण में संपन्न होगा।
कुलसचिव संजीव कुमार सिंह के निर्देशन में विश्वविद्यालय परिसर तथा सभी महाविद्यालयों में योग के प्रचार-प्रसार हेतु विविध जागरूकता कार्यक्रमों का सफल संचालन किया जा रहा है।
कार्यक्रम के सांस्कृतिक सत्र में साहू रामस्वरूप महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने सुंदर नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से विभिन्न योग मुद्राओं को सजीव रूप में प्रस्तुत किया, जिससे कार्यक्रम को एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयाम प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर मुख्य वार्डन प्रो. अशोक कुमार सिंह, मुख्य प्रॉक्टर रविन्द्र सिंह, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. पी. बी. सिंह, प्रो. निवेदिता श्रीवास्तव, सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. ज्योति पांडेय सहित अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। मंच संचालन डॉ. इरम नईम ने प्रभावी रूप से किया।
इस आयोजन की सफलता में डॉ. अजीत सिंह, डॉ. विजय सिंघल, डॉ. नीरज कुमार, डॉ. इंदरप्रीत कौर, डॉ. अतुल कटियार, डॉ. यतेन्द्र कुमार, डॉ. छवि शर्मा, डॉ. आभा, डॉ. अनिल बिष्ट का विशेष योगदान रहा। मीडिया कवरेज एवं प्रचार-प्रसार में तपन वर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आयोजन की संपूर्ण व्यवस्थापन में रामप्रीत एवं खेल विभाग के सभी कर्मचारियों ने समर्पित भाव से कार्य कर आयोजन को सफल बनाया।