बदायूं के डीपीएस में समर कैंप ‘कॉन्टेंटो एल वेरनो 5.0’ का भव्य समापन समारोह हुआ
बदायूं। दिल्ली पब्लिक स्कूल में आज समर कैंप का भव्य समापन समारोह बड़ी धूमधाम के साथ हुआ। यह कैंप 19 मई से शुरू हुआ, और इसमें विद्यार्थियों ने विभिन्न रचनात्मक और शैक्षिक गतिविधियों में हिस्सा लिया। इस समापन समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि एस.एस.पी डॉ.बृजेश कुमार सिंह के द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। आपको बता दें कि यह समर कैंप का समापन समारोह पूर्ण रूप से बदायूं शहर का नाम रोशन करने वाली एक महान शख्सियत शकील बदायूंनी को समर्पित था। शकील बदायूंनी ने अनेकों गाने लिखे जो फिल्म जगत में हिट हुए। आज समापन समारोह में शकील बदायूनी द्वारा लिखे हुए गानों पर ही बच्चों ने शिरकत की। शकील जी के लिखे गानों पर ही नृत्य गायन तथा वादन छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया। समस्त प्रस्तुतियां शकील बदायूंनी जी के गानों पर ही दी गई जिन्होंने सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने समर कैंप के 10 दिन में जो सीखा उसकी अद्भुत प्रस्तुतियां दी। विद्यार्थियों ने अनेक कला कौशल का प्रदर्शन किया, जिनमें नृत्य,नाटक, गायन, वादन, मूर्ति कला, जुंबा, क्राफ्टिंग,पेंटिंग आदि कलात्मक प्रस्तुतियां शामिल थी। इसी के साथ बच्चों ने पितामह भीष्म संवाद पर एक अद्भुत नाटक प्रस्तुत किया। कक्षा 10 तथा कक्षा 12 के मेधावी छात्र-छात्राओं को एस एस पी डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह व विद्यालय के डायरेक्टर विवेक भारती, मेनेजर ज्योति सक्सेना द्वारा सर्टिफिकेट व ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया गया। तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई। बच्चों द्वारा 10 दिनों में सीखी गई गतिविधियों की प्रस्तुति के लिए कला व मूर्तिकला प्रदर्शनी , तथा फूड स्टॉल भी लगाए गए। मुख्य अतिथि एस.एस.पी डा. बृजेश कुमार सिंह जी ने कहा कि डी.पी.एस का इतिहास रहा है कि वह बेहतरी के लिए जाना जाता है दिल्ली पब्लिक स्कूल बदायूं के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रहा है यह समर कैंप इसका साक्षी है बच्चों की मनमोहक प्रस्तुतियां छात्र व शिक्षक की मेहनत, समर्पण और रुचि को दर्शाती है । इसी के साथ उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वह बच्चों को केवल नंबरों की दौड़ में ना धकेलें बल्कि उनकी प्रतिभा को पहचानकर उन्हें प्रोत्साहित करें। विद्यालय की प्रधानाचार्या शुभ्रा पांडे ने कहा कि इस समर कैंप का उद्देश्य बच्चों में निरंतर सीखने की कला में वृद्धि करना था, सीखना मानव जीवन का मूल आधार है, आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में जो व्यक्ति सीखना नहीं चाहता वह पीछे रह जाता है जीवन के हर चरण में कुछ नया सीखना हमारे व्यक्तित्व को निखारता है इसलिए सीखने की प्रक्रिया को कभी ना रोके, जहां जो सीखने को मिले सीखें, सीखना जीवन है।और जीवन सीखना है यही हमारे विकास सफलता और संतोष की कुंजी है भव्य सजावट सेल्फी कॉर्नर व रंग बिरंगी लाइटों से पूरा परिसर प्रकाशमय रहा । विद्यालय के उप प्रधानाचार्य राजीव सामंतों ने सभी अभिभावकों का धन्यवाद किया कि वह इतना कीमती समय निकालकर इन नन्हे मुन्ने बच्चों के कला प्रदर्शन को देखने के लिए उपस्थित हुए हम आपके आगमन की सराहना करते हैं। समस्त कार्यक्रम एक्टिविटी इंचार्ज शिवांगी कंचन अंशी सोना व ध्रुव सिंह की देखरेख में हुए। संचालन विद्यालय की छात्राओं द्वारा किया गया। इस शुभ अवसर पर विद्यालय के डायरेक्टर विवेक भारती, मैनेजर ज्योति सक्सेना, फाइनेंस डायरेक्टर आशीष सक्सेना, पुनीत सक्सेना, समस्त शिक्षकगण, छात्र-छात्रायें व अभिभावक उपस्थित रहे।