बरेली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा देशभर के 244 चिन्हित जनपदों में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में 7 मई को जनपद बरेली में मॉक ड्रिल एवं अभ्यास-प्रदर्शन का सफल आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य आम नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों में सजग करने के साथ-साथ विभिन्न विभागों की तत्परता का मूल्यांकन करना था। मॉकड्रिल में पुलिस, होमगार्ड्स, स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, नागरिक सुरक्षा, एनसीसी, एनएसएस और अन्य राहत एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी रही। शाम 7:30 बजे नागरिक सुरक्षा नियंत्रण कक्ष की हॉटलाइन पर एक फर्जी आतंकी हमले की सूचना के साथ मॉक ड्रिल की शुरुआत हुई। सूचना मिलते ही संबंधित सभी विभागों को सतर्क किया गया और तत्काल कार्रवाई शुरू की गई। अलर्ट के दौरान सभी एजेंसियों ने मौके पर पहुंचकर फायरिंग, घायलों को निकालना, भीड़ को नियंत्रित करना, ट्रैफिक डाइवर्जन, मेडिकल रेस्क्यू और अन्य आपात सेवाओं का प्रभावी संचालन किया। चारों ओर सायरन और लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को दिशा-निर्देश दिए गए। इस मॉक ड्रिल में 12 नागरिक सुरक्षा सेवाओं ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए विद्युत आपूर्ति अवरोधन, रूट डायवर्जन और प्राथमिक उपचार शिविर जैसी व्यवस्थाएं पूरी तरह सफल रहीं। मॉक ड्रिल के दौरान कुछ वॉलंटियर्स ने घायलों का अभिनय कर राहत कार्यों की यथार्थता को और बेहतर बनाया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया तथा गंभीर रूप से घायल लोगों को फील्ड अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया गया। इस अवसर पर जिला प्रशासन के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और स्वयंसेवक भी मौजूद रहे। नागरिकों को जानकारी दी गई कि इस प्रकार की मॉक ड्रिल से न केवल सरकारी विभागों की तैयारी परखने का मौका मिलता है, बल्कि आम जनता को भी सतर्क रहने का संदेश जाता है।