बरेली। ऐतिहासिक व आध्यात्मिक नगरी बरेली में उस समय एक खास रूहानी माहौल बना जब अजमेर शरीफ दरगाह से आए खादिम हज़रत खुशतर मियाँ ने बरेली की मशहूर दरगाह हज़रत शाहदाना वली पर हाजिरी दी। इस दौरान उन्होंने बड़ी अकीदत के साथ मजार पर चादरपोशी और गुलपोशी की।इस मौके पर मौजूद अकीदतमंदों ने मिलकर दुआ मांगी और अमन-चैन की फरियाद की। इस मौके पर मीडिया प्रभारी वसी वारसी ने बताया कि खादिम खुशतर मियाँ साहब अजमेर शरीफ की दरगाह हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के प्रमुख खादिमों में से हैं और समय-समय पर देशभर की विभिन्न दरगाहों पर जाकर चादरपोशी करते हैं। उन्होंने शाहदाना वली की दरगाह पर अकीदत से चादर चढ़ाई और फूलों से मजार को सजाया। इसी कड़ी में दरगह के बाहर स्टेज लगाकर रहागिरो को कूड़े देकर अपील गर्मी बहुत पड़ रही है अपनी छतों पर बेज़ुबान परिन्दों के लिए दाना पानी रख्खे जिससे बेज़ुबान परिन्दे मारने से बच सके उन्होंने कहा कि यह एकता, शांति और भाईचारे का संदेश देने वाली परंपरा है, जो सूफी परंपरा का अहम हिस्सा रही है। इस मौके पर बड़ी संख्या में जायरीन और स्थानीय लोग मौजूद रहे। दरगाह परिसर में हुई फातिहा ख्वानी और दुआ के दौरान एक खास रूहानियत का माहौल देखने को मिला। दरगह के मुतवल्ली अब्दुल वाज़िद खा नूरी ने अजमेर शरीफ से आये सभी लोगो की दस्तारबन्दी कर शुक्रिया अदा किया, खादिम साहब ने इस दौरान देश के लिए अमन, सलामती और भाईचारे की दुआ की। अजमेर शरीफ से आये हाज़री देने वालो में मुनावर अली साबरी,शरीक चिश्ती, सैय्यद शारुख अली,सलीम रजा,रफीक कादरी,आदि सहित बड़ी तादात में लोग मौजूद रहे।