बदायूं। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण कई बच्चों ने अपने माता-पिता को असमय खोया है। इस क्षति की पूर्ति का कोई विकल्प तो नहीं है परंतु हालात के शिकार इन बच्चों के भविष्य को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है। उनकी परेशानियाँ व आगामी भविष्य को ध्यान में रखते हुए मदर एथीना स्कूल की स्कूल प्रबंधन समिति ने इस गंभीर समस्या पर विचार गोष्ठी की। जिसके उपरांत यह निर्णय लिया गया कि ऐसे बच्चे जिनके माता व पिता दोनों अथवा माता व पिता में से एक जोकि परिवार में आय का स्त्रोत हो, की मृत्यु कोरोना के कारण हो गई हो तथा परिवार में आमदनी का कोई अन्य स्त्रोत नहीं बचा हो, को स्कूली शिक्षा तक निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी जिससे वह अपने भविष्य को स्वरूपित कर सकें। मदर एथीना गत 26 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रदर्शन व विकास के लिए प्रख्यात है। प्रबंधन समिति के इस निर्णय से ऐसे बच्चों को आर्थिक व मानसिक दोनों रूपों में राहत मिलेगी। विद्यालय की निदेशिका चयनिका सारस्वत ने कहा कि विद्यालय में अध्ययनरत् ऐसे विद्यार्थियों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। संकट के इस समय में विद्यालय उनके साथ है। स्कूली शिक्षा पूर्ण होने तक उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा। बच्चे चिंतामुक्त होकर अध्ययन करें व अपने प्रदर्शन को बेहतर करने का प्रयास करें ताकि अपने माता-पिता के सपनों को साकार करते हुए एक सफल व सुखी नागरिक बने। अपने माता-पिता के लिए उनकी तरफ से यह सच्ची श्रृद्धांजली होगी।