राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने महिलाओं के दिए विवादित बयान पर मौलाना ने किया पलटवार

बरेली। प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह का होली और रमजान को लेकर एक विवादित बयान सामने आया है. मंत्री ने कहा है कि सफेद टोपी वाले अगर नमाज के लिए घर से निकलें तो तिरपाल का हिजाब पहनकर निकलें, जैसे होली पर मस्जिद को तिरपाल से ढक दिया जाता है और महिलाएं हिजाब पहनती हैं, वैसे ही सफेद टोपी वाले तिरपाल का हिजाब पहनकर घर से नमाज पढ़ने के लिए निकलें, वरना घर पर ही नमाज पढ़ें, मंत्री ने कहा कि इससे उनकी टोपी और सफेद कपड़े रंग और गुलाल से बचे रहेंगे, उन्होंने कहा कि एएमयू में राम मंदिर बनना चाहिए और इसके लिए वह अपनी पूरी पूंजी लगाने को तैयार हैं. जब मंदिर बनेगा तो पहली ईंट भी वह स्वयं रखना चाहेंगे। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि श्रम मंत्री रघुराज सिंह उत्तर प्रदेश ने जो बयान दिया है वो बिलकुल बेतुका और वाहियात बयान है। उनको उनकी अक्ल पर मुझे रहम आता है। और उनके बयान पर मुझे अफसोस भी आता है और वो समझते भी नहीं है कि मुस्लिम महिलाएं कौन सा लिबास इस्तेमाल करती हैं और मर्दों का क्या लिबास होता है और जहाँ तक हिजाब की बात है। तो हिजाब तो खुद हिंदू औरतें भी इस्तेमाल करती आई हैं। आज आप देख लीजिए गांव देहात में राजस्थान के इलाकों में हरियाणा, पंजाब के इलाकों में खुद हिंदू महिलाएं भी पर्दा करती हैं, हिजाब का इस्तेमाल करती हैं। तो उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के हिजाब का मजाक नहीं उड़ाया बल्कि उन्होंने खुद हिंदू महिलाओं के हिजाब का भी मजाक उड़ाया है। वो एक संविधानिक पद पर हैं। संविधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को किसी भी कम्यूनिटी के। महिला का मजाक उड़ाने की बात नहीं करना चाहिए, जबकि खुद भारत सरकार का नारा है प्रधानमंत्री ने दिया नारी शक्ति, नारी सम्मान और खुद उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री किसी नारे की तौहीन कर रहे हैं। औरतों की तजलील कर रहे हैं। महिलाओं का मजाक उड़ा रहे हैं। ऐसे लोगों का जो रास्ता है वो रास्ता बिलकुल वास्ते के साथ में है और इनको इनके जो प्रदेश अध्यक्ष हैं, प्रदेश के मुखिया हैं। इन लोगों को चाहिए की इन लोगों पर लगाम लगाए की इस तरह के बयान और खुद महिलाओं के सम्मान के साथ में खिलवाड़ न करें क्योंकि प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति के लिए बहुत सारे काम किए हैं। प्रधानमंत्री कुछ दिन पहले महिलाओं के लिए बात कर रहे थे कि महिलाओं को उद्योगों में आगे आना चाहिए शिक्षा में आगे बढ़े लोकसभा हो विधानसभा 33 फ़ीसदी महिलाओं का आरक्षण किया और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं के लिए टिकट दिए यह है महिलाओं की इज्जत और सम्मान की बात। दूसरी तरफ उनके श्रम मंत्री महिलाओं की तोहीन कर रहे हैं महिलाओं की बेज्जती पर उतारू है।