शाहजहाँपुर के स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार शुरू,गम्भीर मुद्दों पर मंथन

शाहजहाँपुर।स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग में “भारतीय शिक्षा का व्यवसायीकरण: समस्याएं और संभावनाएं” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार प्रारंभ हुई। सेमीनार का शुभारंभ मुख्य अतिथि वर्धमान कॉलेज बिजनौर के वाणिज्य विभाग के प्रो. राजीव अग्रवाल, प्राचार्य प्रो आर के आज़ाद, उप प्राचार्य व वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो. अनुराग अग्रवाल ने स्वामी शुकदेवानंद जी के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर किया। डा. देवेंद्र सिंह ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। विषय स्थापना करते हुए प्रो. अनुराग अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा के व्यवसायीकरण का अर्थ है कि भारतीय शिक्षा रोजगार परक होती जा रही है। नवीन शिक्षा प्रणाली युवाओं को स्वावलंबी बनाने पर जोर दे रही है। मुख्य अतिथि डा. राजीव अग्रवाल ने कहा कि निजी निवेश से शिक्षा में नई तकनीकों और आधुनिक सुविधाओं का विकास संभव हुआ है। शिक्षा में व्यावसायीकरण को प्रोत्साहित करने से कौशल विकास संभव हुआ है। शिक्षा के समाज के सभी वर्गों के लिए समान रूप से लाभदायक बन सकी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डा. आर के आज़ाद ने कहा कि आज़ादी के बाद देश की आवश्यकता के अनुसार शिक्षा पद्धति में अनेक बार संशोधन किए गए। बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए भारतीय शिक्षा में व्यावसायिकता का पुट दिया गया।डा. कमलेश गौतम ने कहा कि निजी संस्थान केवल डिग्री प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, न कि छात्रों के समग्र विकास पर। इससे शिक्षा का उद्देश्य, जो युवा समाज में स्व रोजगार को प्रेरित करने का , प्रभावित हो रहा है। डा रूपक श्रीवास्तव के संचालन संम्पन्न हुए सेमिनार में स्वागत भाषण डा. गौरव सक्सेना ने पढ़ा। अतिथियों का स्वागत बी. कॉम फाइनेंस प्रथम वर्ष छात्रा मेघाँशा सक्सेना, कशिश व नमनीत कौर ने चंदन तिलक व पुष्प कालिका भेंट कर किया। इस अवसर पर डा. अजय कुमार वर्मा, डा. संतोष प्रताप सिंह, डा. सचिन खन्ना, बृज लाली, अपर्णा त्रिपाठी, डा. मोहिनी शंकर, पोथीराम, अखंड प्रताप सिंह, समेत बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। उद्घाटन सत्र के बाद तकनीकी सत्र आयोजित किया गया जिसमें 63 शोधार्थियों ने शोध पत्र पढ़े। तकनीकी सत्र में जी एफ कॉलेज के वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ पुनीत कुमार मनीषी व डा. अनमोल सक्सेना भी उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन डा कमलेश गौतम ने किया। कल प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक दो तकनीकी सत्र चलेंगे। इसके बाद समापन सत्र होगा।