नए वर्ष में इग्नू ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को कंप्यूटर में दक्ष कर रोजगार दिलाएगा
बदायूँ। 21वीं सदी में इग्नू का क्षेत्रीय केंद्र अलीगढ़ विद्यार्थी सहायता सेवाओं की सुदृढ़ता, नवाचारी शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार, स्वरोजगार, व्यावसायिक शिक्षा आदि पर बल देगा। यह बातें इग्नू क्षेत्रीय केंद्र अलीगढ़ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अजयवर्धन आचार्य ने पदभार ग्रहण करने के बाद राजकीय महाविद्यालय बदायूँ में स्थापित अध्ययन केन्द्र के साथ ऑनलाइन बैठक करते हुए कही। जोधपुर राजस्थान से स्थानांतरित हो कर अलीगढ़ क्षेत्रीय केन्द्र में निदेशक का पदभार ग्रहण करने के बाद आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए डॉ अजय वर्धन आचार्य ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप व्यावसायिक शिक्षा, रोजगार और स्वरोजगार को लेकर इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र की सक्रियता की गति तेज होगी जिसमें अलीगढ़ केन्द्र से सम्बद्ध पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आठ जिले बदायूं ,एटा, इटावा, फिरोजाबाद, कासगंज, हाथरस और मैनपुरी में सक्रियता बढ़ाई जाएगी। डॉ आचार्य ने अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए सम्बद्ध जनपदों के काउंसलर और समन्वयक के साथ वर्चुअल संवाद प्रारंभ कर दिया है साथ ही प्रत्येक जिले में सेमिनार आयोजित करने की योजना बनाई है। डॉ अजय वर्धन ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने, व्यावसायिक शिक्षा पर बल देने, ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़कर विकसित भारत में योगदान देने की प्राथमिकताओं पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि डिजिटल भारत को समृद्ध करने के लिए सभी आठ जिलों में कंप्यूटर कौशल विकास कार्यक्रम प्रारंभ कर युवाओं और महिलाओं को कंप्यूटर में दक्ष किया जाएगा। डॉ आचार्य ने कहा कि कैरियर विकास कार्यक्रम के द्वारा युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़कर रोजगार सृजन के अवसरों को सृजित किया जाएगा जिसके द्वारा उद्यमशीलता विकास कार्यक्रम के माध्यम से औद्योगिक विकास के क्षेत्र में प्रगति होगी। उन्नत भारत अभियान, सांसद आदर्श ग्राम योजना, स्वच्छ भारत अभियान आदि के माध्यम से इग्नू अलीगढ़ कार्य करेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 में विद्यार्थी सहायता सेवाओं की सूचना एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत रोजगार एवं व्यवसायिक शिक्षा के लिए कैरियर विकास कार्यक्रम, डिजिटल शिक्षा कार्यक्रम, व्यावसायिक कौशल विकास कार्यक्रम एवं स्वरोजगार विकास कार्यक्रम जैसे चार कार्यक्रम को प्राथमिकता के तौर पर प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए डिजिटल शिक्षा, वर्चुअल शिक्षा, कंप्यूटर शिक्षा का विकास एवं डिजिटल केंद्रों का विकास तथा प्रशिक्षण के द्वारा व्यावसायिक कुशलता पर भी कार्य किया जाएगा। स्वरोजगार सृजन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों का पंजीकरण करके रोजगार के अवसरों, रोजगार की तकनीकों, साक्षात्कार की प्रक्रियाओं की जानकारी तथा स्वरोजगार के प्रकारों की जानकारी भी प्रदान की जाएगी। कैरियर विकास कार्यक्रम का निर्माण भी कर लिया गया है जिसका उद्देश्य कक्षा 6 से 12 कक्षा तक के विद्यार्थियों को कैरियर निर्माण, व्यक्तित्व निर्माण के साथ रोजगार के लिए इस वर्ष शिविर लगा कर उनका मार्गदर्शन करना है। डॉ आचार्य ने बताया कि व्यवसायिक कौशल विकास कार्यक्रम के द्वारा व्यावसायिक शिक्षा का सशक्तिकरण पर भी कार्य होगा जिससे कि विद्यार्थी उद्यमी बन सकें। उन्होंने बताया कि डिजिटल शिक्षा कार्यक्रम का प्रचार प्रसार ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाएगा। नए वर्ष 2025 में ऑनलाइन सेवाओं को मजबूत कर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से युवाओं, गृहणी और कामकाजी महिलाओं को जोड़कर रोजगार सृजन उपलब्धता एवं ई रोजगार माध्यम से क्षेत्रीय कार्यालय अलीगढ़ में क्षेत्रीय प्लेसमेंट सेल का गठन किया जाएगा। क्षेत्रीय रोजगार सेल के द्वारा करियर स्किल मेगा जॉब फेयर के आयोजन भी होंगे। बैठक में राजकीय महाविद्यालय बदायूं के प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार बत्रा, इग्नू अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉ संजीव राठौर , सह समन्वयक डॉ राकेश कुमार जायसवाल, काउंसलर डॉ श्रद्धा गुप्ता, डॉ विशाल दुबे, डॉ इति अधिकारी, डॉ शरद अरोड़ा, डॉ शाहीन परवीन, डॉ जे एस राणा, डॉ पारुल रस्तोगी, डॉ अंकुर शंखधार, डॉ कृष्ण मुरारी गुप्ता आदि उपस्थित थे।