बरेली। थाना शाही के गौसगंज निवासी तेजपाल लौधी पुत्र हीरालाल की मॉब लिंचिंग करते हुए मस्जिद में ले जाकर दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा निर्मम हत्या की गई थी। जिसमे परिवार को अभी तक सरकारी सहायता व सुरक्षा नहीं मिलने पर विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता परिवार के साथ सैंकड़ो की तादात में जिला अधिकारी के कार्यालय पहुँचे जहाँ पहले जमीन पर बैठकर प्रदर्शन किया गया। फिर जिला अधिकारी से मिलने पर अड़ गए। उन्होंने डीएम को शिकायत करते हुए बताया कि इस गाँव मे समुदाय विशेष द्वारा पहले भी कई हत्याएं की जा चुकी हैं जिसमें 1967 में अहमद बख्श द्वारा बलदेव की टांग काट दी थी, 1992 में गंगादेई को बुद्धाशाह ने जंगल मे ले जाकर मार दिया था, सन 2000 में ओमप्रकाश के घर मे घुसकर चँदाशाह, बुंदाशाह व छुट्टन ने मारपीट की व ओमप्रकाश को तलवार से काट दिया था। वर्तमान में तेजपाल के साथ ऐसी घटना की गई है जिसका मृतक के पिता हीरालाल केस लड़ रहे हैं ऐसे में हीरालाल को हमेशा खतरा बना हुआ है जिसको लेकर विश्व हिंदू परिषद के आशु अग्रवाल ने कहा कि कि मृतक के परिवार को 50 लाख मुआवजा दिया जाए एवं उसकी विधवा पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए जिससे वह परिवार पाल सके उन्होंने कहा कि इतना लंबे समय बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा कोई सहायता नहीं मिली है अगर जल्द सहायता प्राप्त न हुई तो विश्व हिंदू परिषद,पीड़ित परिवार के साथ आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होगा । जिलाधिकारी से मिलने बालों में मृतक तेजपाल की विधवा पत्नी अनीता ,तेजपाल के माता पिता रामप्यारी एवं हीरालाल,गांव के नेकपाल, वीरपाल,नेपाल सिंह एवं लालता प्रसाद थे,विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष आशु अग्रवाल,कार्याध्यक्ष एडवोकेट दिव्य चतुर्वेदी,सहमंत्री संजय शुक्ला,जितेंद्र कश्यप,पंडित के के शंखधार,गिरधर खट्टर, के पी गोस्वामी, नितेश वर्मा, आकाश मौर्या, देशवीर वर्मा,राजकुमार राजपूत,नीरज चौरसिया ,अंकित भाटिया, आदि लोग उपस्थित रहे ।