चित्रांश समागम , वैवाहिक परिचय सम्मेलन और पुस्तक विमोचन
बरेली। मनोहर भूषण इंटर कॉलेज के प्रांगण में रविवार को अखिल भारतीय चित्रांश महासभा एवं श्री चित्रगुप्त समाज कल्याण सेवा ट्रस्ट रजि द्वारा विशाल चित्रांश समागम और कायस्थ वैवाहिक परिचय सम्मेलन व सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें विशिष्ट अतिथि के रूप मे वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री डॉ अरुण कुमार तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल व एडवोकेट अनिल कुमार सक्सेना एवं मुख्य अतिथि के रूप मे महामण्डलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद पशुपति व भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना रहे। मंच पर इनके अलावा संजीव सक्सेना, मनोज कुमार सक्सेना, डॉ संजीव वर्मा, बलदाऊ श्रीवास्तव, डॉ सतीश कुमार, अनूप सक्सेना, रिंकेश सौरखिया, रवि जौहरी व कार्यक्रम संयोजक राकेश कुमार सक्सेना मौजूद रहे। संचालन विपिन सक्सेना, प्रदीप सक्सेना, दीपक सक्सेना ने किया।
सबसे पहले अतिथियों द्वारा भगवान चित्रगुप्त जी की पूजा-अर्चना, दीप प्रज्वलन एवं आरती की गयी। साथ साथ रोशनी म्युजिकल ग्रुप के सौरव सक्सेना द्वारा लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जायेगा भजन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम संयोजक राकेश सक्सेना ने अपने भाषण में कहा कि आज कायस्थों के कई संगठन हैं पर कौन कितना काम कर रहा है य़ह देखना चाहिए हमने 2014 में सभी को एकजुट करने का प्रयास किया पर ना जाने क्यों हम बार बार विभाजित हो जाते हैं, याद रखें राजनीति मे भी आपको तभी पूछा जायेगा जब सब ज्यादा दिखेंगे। जल्द ही इसी दिसंबर माह में चित्रगुप्त मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जायगा, जल्द ही वहाँ चित्रगुप्त भगवान की मूर्ति भी लगेगी। इस बार हमारी पत्रिका में एक भी विज्ञापन नहीं है य़ह हमारी एकता का प्रतीक है। वन मंत्री डॉ अरुण कुमार ने कहा कि हमारा 2000 साल का इतिहास बताता है कि शासन प्रशासन में हम ही हम कभी भरे हुए थे सन 1950 में हमारे 50 विधायक थे पर 2022 में मात्र 3 रह गये। स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वो भी चित्रांश थे और माननीय प्रधानमंत्री जी के भी वो आदर्श हैं। मेरे चित्रांश बच्चों तुम्हारी तरक्की मे ही समाज की तरक्की है, जिन्होंने अब तक कामयाबी हासिल की है उनपर हमको गर्व है। सभी केवल पढ़ाई और तरक्की की सोचें ऐसे हमे अपनी युवा पीढ़ी को बचाना है। हमे इसके साथ-साथ घर के कामों में भी लगना चाहिए, कोई काम छोटा नहीं होता इसलिए सब कार्य करना आना चाहिए अपने बच्चों को हर काम में निपुण बनाना चाहिए और समाज को राजनीति में भी आगे आना चाहिए। जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल ने कहा कि आपके मंदिर के भूमि पूजन के दौरान मैंने वादा किया था कि मंदिर की सड़क बनवाने की जिम्मेदारी मेरी हैं आप निर्माण शुरू कराएं मैं बनवा कर दूंगी ये घोषणा करती हूं। श्री चित्रगुप्त पीठ के पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद पशुपति महाराज ने कहा कि आपकी तालियों की गड़गड़ाहट से भगवान चित्रगुप्त जी को नमन । भगवान चित्रगुप्त जी की पीठ भगवान श्री कृष्ण के आँगन में बन रहीं है। यह सब भगवान की कृपा है। चित्रगुप्त में गुप्त ही वो परम ब्रह्म परमेश्वर है हम सबके द्वारा नित्य किये जा रहे कर्मों पर जिसका ध्यान केंद्रित रहता है वो हमारे इष्ट देव है। जब परम ब्रह्म ने सृष्टि रची तब तीनों देवों को अलग अलग कार्य सौंपे तब तीनों देवताओं ने उनसे कर्म फल देने हेतु किसी को उत्पन्न करने की प्रार्थना की। तब ब्रह्मा जी ने सहस्त्र वर्षो तक तप किया उसी तपस्या से चित्रगुप्त जी प्रकट हुए। चार हाथों वाले चित्रगुप्त जी दण्ड भी रखते हैं, आपके कर्मों के आधार पर फल देने का कार्य चित्रगुप्त जी का है। परिचय देने वाले युवको में अजय कांत सक्सेना, सौरभ सक्सेना, कनिष्क सिन्हा, वरुण वर्मा, अरुण सक्सेना आदि कई लोग प्रमुख रहे।