बरेली।ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने अपने जारी किए गए बयान में कहा कि शहर की सफाई व सुथराई और सुंदरीकरण करने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। और नगर निगम इस दिशा में अच्छा काम कर रहा है, मगर बिजली के खम्भों और डिवाइडरों आदि जगहों पर त्रिशूल लगाकर एक खास धर्म को बढ़ावा देने और प्रचार करने से हमारे शहर की छवि धूमिल हो रही है। त्रिशूल के साथ दूसरे धर्मों की पहचान के तौर पर कुछ चीजें लगाई जाएं तो मुसलमानों को कोई आपत्ती नही होगी, अगर सिर्फ एक धर्म की पहचान को सरकारी सम्पत्तियो पर लगाया जाएगा तो हर व्यक्ति को आपत्ति होगी। मौलाना ने कहा कि हमारा देश जम्हूरि मुल्क है, ये किसी खास धर्म के मानने वालों का देश नहीं है, संविधान सभी धर्मों को सम्मान देने की बात करता है, सिर्फ एक धर्म को नगर निगम बढ़ावा देगा तो सभी लोगो के दिलों को आहत करने वाली बात होगी। मौलाना ने कहा कि नगर निगम हो य दूसरी सरकारी सम्पत्तिया उस पर सभी धर्मों के मानने वालों का अधिकार है। नगर निगम के महापौर डाक्टर उमेश गैतम को मुसलमान पसंद करता है, वो भाजपा के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिनको मुसलमान भी वोट देते हैं, उनको पक्ष पात का रवैया नहीं अपनाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का नारा देते हैं, उसको अम्ली जामा पहनाया जाना चाहिए। अगर एक खास धर्म के प्रचार की बात होगी तो डाक्टर उमेश गैतम से दूसरे धर्म के मानने वालों का भरोसा टूटेगा। मौलाना ने आगे कहा कि नाथ कोरीडोर के साथ ही आला हजरत कोरीडोर बनाया जाए , इसलिए कि आला हजरत विशव प्रसिद्ध शख्शियत का नाम है, उनकी वजह से पूरी दुनिया में “बरेली शरीफ ” को जाना पहचाना जाता है। नगर निगम से हमारी मांग है कि हज़रत शाह नियाज़ अहमद चिश्ती, हजरत शाह दाना वली , हजरत शाह शराफत मियां , हाफिज रहमत खां, खान बहादुर खां और मौलाना रजा अली खां बरेलवी आदि स्वतंत्रता संग्राम सेनानीयो के नाम से पार्कों और रोडो के नाम रखे जाएं।