किसान आयोग का गठन करने की भाकियू (भानु) ने की मांग, दिया धरना
बरेली । बरेली मंडल के चारों जिलों के भारतीय किसान यूनियन (भानु) के कार्यकर्ता बरेली के सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में इकट्ठा हुए और उन्होंने धरना प्रदर्शन कर किसान आयोग के गठन करने की केंद्र सरकार से मांग की। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने इस दौरान कहा कि उनकी मांग है कि किसान आयोग का गठन हो। जिसका अध्यक्ष और सदस्य किसान ही होगा। किसान आयोग किसानों की फसल की लागत मूल्य के अनुसार स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री को लागत मूल्य से डेढ़ गुना मूल्य की रिपोर्ट सौंपेगा उसी के अनुसार किसान की सारी फसलों का न्यूनतम मूल्य घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 1967 में जब मुख्यमंत्री चौधरी चरण सिंह बने थे तब किसानों के गेहूं को 67 रुपए क्विंटल के हिसाब से खरीदा गया था उसे वक्त प्राइमरी के स्कूल के टीचर की तनख्वाह 70 रुपए मिलती थी आज वह 70 हजार हो गई है मगर गेहूं 6,000 रुपए भी नहीं पहुंच पाया है। इससे साफ साबित होता है कि भारत के किसानों के साथ आजाद भारत की सरकारों ने घोर अन्याय किया है। इस अन्याय को दूर करने के लिए इस लक्ष्य को लेकर की जो किसान की बात करेगा वही देश पर राज करेगा के तहत पूरा कदम उठा लिया है। इसी को लेकर आज पूरे मंडल के संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि हमारे पदाधिकारी सभी वर्ग के लोगों को तैयार कर भारी भीड़भाड़ करेंगे और सरकार से किसान आयोग के गठन करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में केवल राजनेता आजाद हुए हैं ,उनकी तनख्वाह बढ़ रही है, किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच रहा है। उद्योगपति आजाद हुए हैं मुकेश अंबानी ने अपने बेटे की शादी में 5,000 करोड रुपए खर्च किए 10 करोड़ में अभिनेताओं को बुलाया 5-5 करोड़ में अभिनेत्री को बुलाया। परंतु जो किसान सबको जिंदा रखना है अनाज पैदा करता है उसे किस के पास अपना पेट भरने के लिए तक पैसे नहीं है क्योंकि उसकी उसकी फसलों की कीमत नहीं दी जाती।
उन्होंने किसान आयोग गठन के साथ साथ किसानों के कर्जे माफ करने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर दुर्घटना में किसी किसान की मौत हो जाए तो उसके परिवार को एक करोड रुपए दिया जाए और यदि पुलिसकर्मी शहीद हो तो उनके परिवार को दो करोड रुपए दिए जाएं। मीडिया कर्मी यदि घायल हो जाए तो उसके परिवार को दो करोड़ और यदि उसकी मौत हो जाती है तो उसके परिवार को चार करोड़ देना चाहिए। अगर कोई सैनिक शहीद हो तो उसके परिवार को 5 करोड रुपए दिए जाएं। उन्होंने ट्यूबवेल की बिजली बिल को फ्री करने की मांग की क्योंकि किसान के पास जब पैसा नहीं होगा तो वह बिजली का बिल जमा नहीं कर पाएगा ऐसे में उसका कनेक्शन कट जाएगा तो यह खाद्यान्न पैदा नहीं होगा। यह देश का नुकसान होगा । तो देश में किसानों की ट्यूबबेल की बिजली माफ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने पिछली बार आंदोलन किया तो 272 की जगह 238 सीटें रह गई उन्होंने कहा कि अगली बार नरेंद्र मोदी को 138 भी नहीं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि भानु का पर्यायवाची शब्द सूर्य होता है और सूर्य से जो टकराएगा उसका अच्छा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जो किसान की बात करेगा वही देश पर राज करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो एक बड़ा आंदोलन फिर शुरू करेंगे।