बरेली। थाना सुभाषनगर राजीव कालोनी निवासी पिंकी कश्यप पत्नी रवि कश्यप ने बताया की प्रार्थिनी का पति रेलवे विभाग में बरेली जक्शन पर कार्यरत है एवं मयंक भटनागर मुरादाबाद मे रेलवे मे कर्मचारी है उसके पति व मयंक की जान पहचान है मयंक भटनागर लोन का कार्य करता है एवं डीआरएम कार्यालय मुरादाबाद मे अपनी निजी गाड़ी भी किराये पर चलवाता है मयंक भटनागर व उसकी पत्नी नामालूम व सगी मां सारिका व सगी बहन किरन व वीमा शर्मा व उनका पति विनीत गौड, समस्त निवासी मुरादाबाद के है इन सभी लोगो ने ड्रीम लाइट इण्टर नेशनल कम्पनी के नाम से प्रार्थनी के पति को विश्वास में लेकर लगभग सात लाख रूपये जो कि प्रार्थनी के ससुर की जमा पूंजी थी कम्पनी मे लगवाये और कहा कि तुम्हे 40,000/- रूपये मासिक दिलायेगें और उक्त रूपया नकद सोनू सिंह रेलवे कर्मचारी व दुष्यन्त चौहान निवासी सुभाषनगर के सामने अपने पिता से लेकर अक्टूबर 2023 को दिये थे और मयंक भटनागर ने पति रवि कश्यप को दिये थे और मयंक भटनागर ने मेरे पति रवि कश्यप से आईडी व पासवर्ड ड्रीम लाईट कम्पनी का ले लिया और उक्त सभी लोगो द्वारा मेरे पति के नाम से कम्पनी द्वारा दिया गया रूपया विभिन्न तारीखो मे आनलाइन निकालकर हडप कर लिया इसकी शिकायत मैने थाना सुभाषनगर मे की तो एसएचओ द्वारा मयंक भटनागर व सारिका व किरन को थाने में बुलाया गया और आपस में लिखित में समझौता कराया था जिसमे सभी रूपया 30 नवम्बर 2024 तक वापिस करने का समय थाने मे देने की बात कही थी। और ड्रीम लाईट कम्पनी के रवि कश्यप के आईडी और पासवर्ड मयंक भटनागर के मोबाइल से थाने के कम्प्यूटर आपरेटर संदीप द्वारा डिलीट कराये गये थे, जिससे मयंक आगे भविष्य मे रूपया निकाल सके। परन्तु मयंक भटनागर ने आज तक कोई रूपया वापस नहीं किया और जान से मारने की धमकी दी। प्रार्थिनी के परिवार के साथ धोखाधड़ी कर कूटरचित दस्तावेजो का उपयोग कर लगातार उसकी पूंजी को हडपने का षडयंत्र कर हड़प ली है उक्त सभी लोगो का एक गैंग है जो रेलवे कर्मचारियो के साथ इस तरह का अपराधिक कृत्य करते है प्रार्थिनी के ससुर की जमा पूंजी उक्त लोगो द्वारा ठगी कर ली जिससे सदमें में उनकी मृत्यु 05 अक्टूबर 2024 को हो गयी। प्रार्थिनी ने कप्तान ऑफिस में शिकायत की है कि उसके पति व बच्चो का उक्त सभी लोगो से जान का खतरा है पूरे प्रकरण की उच्च अधिकारी से जांच कराकर दोषी मयंक भट्नागर व उसके गैंग के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाए और पैसा वापिस दिलवाया जाए।