बरेली। किसान एकता संघ का प्रतिनिधिमंडल किसान नेता डॉ रवि नागर के नेतृत्व में रामगंगा बैराज बरेली बदायूं सिंचाई परियोजना के शीघ्र निर्माण को लेकर अधिशासी अभियंता नीरज कुमार लांबा से मिला और ज्ञापन प्रेषित कर शीघ्र से शीघ्र कार्य को प्रारंभ करने की चेतावनी दी। किसान नेता डॉ रवि नागर ने कहा कि इस बहूयामी परियोजना के लिए किसान एकता संघ के पदाधिकारीयो ने गंगाजल लेकर शपथ ली है इसके लिए किसान एकता संघ इसे प्रारंभ कराकर ही दम लेगा। उन्होंने बताया कि शीघ्र से शीघ्र ही इस संबंध में इस परियोजना के मुख्य अभियंता जो की मुरादाबाद में बैठते हैं अगर इसको गंभीरता से नहीं लिया गया तो किसान एकता संघ किसानों को इस आंदोलन से जोड़ने के लिए शीघ्र ही गांव में चौपाल आयोजित करेंगे और अगर यह परियोजना का निर्माण शीघ्र से शीघ्र चालू नहीं किया गया तो किसान एकता संघ सिंचाई विभाग के कार्यालय में तीन दिन रात और दिन वहीं रुक डेरा डालो घेरा डालो से सरकार और अधिकारियों को यह संकेत देंगे कि अगर अभी भी इस पर सरकार और अधिकारियों की उदासीनता नहीं टूटी तो अनिश्चितकालीन धरना कर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। राष्ट्रीय सचिव यज्ञ प्रकाश गंगवार ने कहा की 2014 से लेकर आज 10 साल इस परियोजना को हो गए हैं लेकिन किसानों को लाभ पहुंचाने वाली इस योजना के लिए सरकार के पास बजट नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ पंडित राजेश शर्मा ने कहा कि हम गांव गांव जाकर किसानों को जागरुक कर इस मुहिम से जोड़ेंगे। प्रदेश महासचिव हरिओम राठौर ने कहा कि किसान इस देश की रीड की हड्डी है अगर इसकी अनदेखी की जाएगी तो यह हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। वार्ता के दौरान अधिशासी अभियंता नीरज कुमार लांबा ने बताया की इसी संबंध में कल दिल्ली में मंत्रालय द्वारा बैठक बुलाई गई थी लेकिन किन्हीं कारण से वह बैठक स्थगित कर दी गई है। शीघ्र ही इस पर विभाग द्वारा बैठक बुलाई जाएगी इस परियोजना को चालू करना हमारी वरीयता है। प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रूप से अध्यक्ष बोहरन लाल गुर्जर, युवा प्रकोष्ठ के मंडल अध्यक्ष जय सिंह यादव, मंडल उपाध्यक्ष सुनील यादव,मंडल महासचिव डॉ अंशु भारती, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम पाल गुर्जर, जिला सचिव प्रेमपाल गंगवार, जिला उपाध्यक्ष गिरीश गोस्वामी,महानगर उपाध्यक्ष संजय पाठक, लखपत यादव, वीरेश भगत, राजेंद्र गुर्जर, विपिन साहू , वीरेश गुर्जर, आदि बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित रहे।