फैज़ान-ए-नियाज़िया वैलफेयर सोसायटी ने उमरा से आने बालो का इस्तकबाल किया

बरेली । सज्जादनशीन ख़ानक़ाहे नियाज़िया, हज़रत मेंहदी मियां साहब किब़ला की ज़ेरे क़यादत में एक बड़ा जत्था मक्का व मदीना शरीफ उमरा से वापसी पर फैज़ान-ए-नियाज़िया वैलफेयर सोसायटी ने किया इस्तकबाल । फैज़ान-ए-नियाज़िया वैलफेयर सोसायटी के बानी व सरपरस्त डॉ कमाल मियां नियाज़ी ने जिला पंचायत पहुच कर फुलो का हार व इत्र लागाकर किया पुर ज़ोर इस्तकबाल। सुबह से ही बड़ी तदाद मे अकिदतमंद कि भीड़ ख़ानक़ाहे नियाज़िया मे लगी हुई थी। ख़ानक़ाहे नियाज़िया मै पुर नुर नज़ारा था। वही सज्जादनशीन के काफिले का दीगर जगह भी इस्तकबाल हुआ। दिल्ली निजामुद्दीन औलिया कि दरगाह पर भी पुर जुर तरीके से इस्तकबाल हुआ। रास्ते मे मुरादाबाद, रामपुर बरली सीबी गंज, किला व मुखतलीफ जगह पे इस्तकबाल किया गया।इस काफिले को दिगर मजहब के लोगो ने इस्तकबाल किया सज्जादनशीन के साथ खानदान के अलावा बड़ी संख्या में मुरीदीन भी तशरीफ लाये हैं। वही खानकाहे नियाजिया पहुच कर सलातो-सलाम पेश किया गया, और मज़ारात पर हाजरी दी। सज्जादनशीन हज़रत मेंहदी मियां साहब किब़ला ने बताया कि उमराह के वक़्त मैंने खाना-ए-का़बा और रोज़ा-ए-रसूल सल्लल्लाहो अलैहिवसल्लम पर खानदान व मुरीदीन, मुल्क व क़ौम के लिए दुआ की और सरकार-ए-दो आलम सल्लल्लाहो अलैहिवसल्लम की बारग़ाह में इल्तिजा की सबको हज और उमराह करना नसीब फरमाये।

वही उमरा से वापसी मैै ख़ानक़ाहे नियाज़िया के प्रबन्धक जुनैदी मियाँ नियाज़ी, कायम मियाँ नियाजी़, अली जेन मियाँ नियाजी़, फुजैल मियाँ नियाजी़, नकी मियाँ नियाजी़, काज़ीम मियाँ नियाजी़, सय्यद इफतेखार हुसैन, वही दरगाह अजमेर शरीफ के गद्दीनशीन सय्यद अफसर अली चिश्ती नियाज़ी, महबुबे इलाहि निजामुद्दीन औलिया कि दरगाह के गद्दीनशीन सय्यद अनफाल मियाँ निजामी नियाज़ी, कोलकाता से आफताब नियाज़ी, मुरीदीन इफतेखार नियाज़ी , हप्पल नियाज़ी, फुरकान नियाजी , सय्यद मन्नान नियाजी, दिगर जगह के शहर के साथ वासी आये। इस्ताकबाल करने वालो मे सोसायटी के अध्यक्ष हमज़ा मियाँ नियाज़ी, कासीम मियाँ नियाज़ी, जाहीद मियाँ नियाज़ी, राज़ी मियाँ नियाज़ी, जामी मियाँ नियाज़ी, मुत्तकी मियाँ नियाज़ी, अस्करी मियाँ नियाज़ी, सय्यद यावर अली नियाज़ी, युसुफ हुसैन फहमी नियाज़ी, हसीन नियाज़ी, मुजाहीद नियाज़ी, फैज़ नियाज़ी, फरीद नियाज़ी, आदी बड़ी तदाद मे लोग मुजुद रहे।