B.Ed-बीटेक के बाद भी दे रहे सिपाही भर्ती की परीक्षा, 80 केंद्रों पर 22 हजार छात्र नदारद; गणित में उलझे

वाराणसी। उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती के लिए उम्र में छूट मिलने के कारण इस बार एमए-एमएससी, बीएड और बीटेक करने वाले भी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंच रहे हैं। मैदागिन के हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज, जगतपुर इंटर कॉलेज और हाथी बरनी इंटर कॉलेज में एमएससी, बीएड और बीटेक उत्तीर्ण अभ्यर्थी मिले। उनका कहना था कि प्रदेश सरकार ने अवसर दिया है तो मेधा और किस्मत आजमा रहे हैं। सिपाही भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन पहली पाली में 80 परीक्षा केंद्रों पर 33984 अभ्यर्थियों में से 23217 ने परीक्षा दी। 10767 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली की परीक्षा में 33984 अभ्यर्थियों में से 22753 पहुंचे। 11231 अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं आए। निर्धारित 67,968 अभ्यर्थियों में से 45,970 आए। 21998 अभ्यर्थियों ने सिपाही भर्ती परीक्षा नहीं दी। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के साथ ही कमिश्नरेट और जिला प्रशासन के अफसर परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करते रहे।एमएससी-बीएड और बीटेक अभ्यर्थियों ने बताया पेपर कैसा था : हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज में बलिया से आए बीटेक उत्तीर्ण अभ्यर्थी ने कहा कि गणित के सवाल ठीक थे। रीेजनिंग में थोड़ा उलझे। जगतपुर इंटर कॉलेज में मऊ के दोहरी घाट क्षेत्र निवासी बीएड उत्तीर्ण अभ्यर्थी ने कहा कि गणित के सवाल कठिन थे। हाथी बरनी इंटर कॉलेज में गाजीपुर से आई एमएससी उत्तीर्ण अभ्यर्थी ने कहा कि पेपर अच्छा था। कमरे के अंदर प्रकाश की व्यवस्था सही नहीं थी। गाजीपुर से आई एमएससी उत्तीर्ण एक अन्य अभ्यर्थी ने कहा कि मैथ के कुछ सवालों ने उलझाया और अन्य ठीक थे। हाथी बरनी इंटर कॉलेज में प्रयागराज के हंडिया से आए बीए-बीएड उत्तीर्ण अभ्यर्थी ने कहा कि पेपर अच्छा था। पुलिस अभ्यर्थियों के लिए दूसरे दिन कैंट रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। कैंट स्टेशन से जौनपुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर, बलिया रूट पर परीक्षा स्पेशल ट्रेनों का संचालन हुआ। इससे अभ्यर्थियों को सहूलियत हुई। दबाव वाले रूट पर परीक्षा स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। आरपीएफ और जीआरपी सर्कुलेेटिंग एरिया, प्लेटफार्मों की निगरानी कर रही है। सर्कुलेटिंग एरिया में ही हेल्प डेस्क बनाया गया है। रोडवेज बसों में अभ्यर्थियों के लिए नि:शुल्क यात्रा है। इस वजह से कैंट रोडवेज पर अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ रही है। हालांकि अभ्यर्थियों का आरोप है कि बसें तुरंत नहीं मिल रही हैं। 20 से 25 मिनट तक इंतजार करना पड़ा रहा है। आरोप है कि लौटते समय कहीं ठहराव पर भी बस नहीं जाती है।