बरेली। रोटरी इण्टरनेशनल ने बच्चों की बीमारी की जांच कराकर उनके अभिभावकों को जागरूक करने का संकल्प लिया है।रोटरी ने इस संकल्प को नाम आरोग्यम दिया है । आरोग्यम के तहत रोटरी डिस्ट्रिक्ट अपने क्षेत्र के सभी भौगोलिक जिलों में अभियान चलाकर सवा लाख बच्चों की जांच करायेगा। इसमें दंतरोग, आंख एवं अन्य जांचें शामिल हैं। पत्रकार वार्ता में रोटरी डिस्ट्रिक्ट के गवर्नर नीरव निमेश अग्रवाल ने बताया कि रोटरी के जन परोपकारी कार्य में अनेक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल संगठन, चिकित्सक सहयोग दे रहे हैं। रोटरी गवर्नर अग्रवाल ने कहा आमतौर पर पैसे की समस्या नहीं होती। कई बार अभिभावक सम्पन्न होते हैं लेकिन उन्हें बच्चों की समस्या की जानकारी ही नहीं होती। धीरे-धीरे समस्या बढ़ती जाती है और गंभीर बीमारी बन जाती है। इसीलिए रोटरी ने कक्षा तीन से आठ तक के बच्चों की स्वास्थ्य जांच कराने की योजना बनायी है। जो इन छह बिन्दुओं पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा लम्बाई वजन पेट में कीड़ों की दवाई का सेवन आंखों की जांच हीमोग्लोबिन की मात्रा दांतों की जांच की जायेगी। रोटरी गवर्नर नीरव निमेश अग्रवाल ने बताया कि भारत में प्रतिवर्ष करीब 75 हजार महिलाओं की मौत सर्वाइकल कैंसर से हो जाती है। यह गंभीर स्थिति है। शोधों में सामने आया है कि सर्वाइकल कैंसर को होने से रोका जा सकता है। रोटरी इस पर भी काम कर रहा है, जिससे महिलाओं को असमय मृत्यु से बचाया जा सके। पूर्व रोटरी गवर्नर किशोर कटरू ने बताया कि रोटरी मण्डल 3110 में 140 क्लब और उनमें करीब 4000 सदस्य हैं। प्रत्येक सदस्य औसतन 30 बच्चों की जांच की जिम्मेदारी लेगा। बताया कि बच्चों की जांच के बाद उन्हें जांच कार्ड दे दिये जाएंगे। जिन बच्चों के अभिभावक इलाज कराने में समर्थ नहीं होंगे उनके इलाज की व्यवस्था भी रोटरी करेगा।पत्रकार वार्ता में सचिव सोनल अग्रवाल, बरेली रोटरी क्लब सेण्ट्रल के सचिव सीए विनय कृष्ण, रोटेरियन दिलीप मौजूद रहे।