एटा। यूपी में कासगंज के सिकंदराराऊ में आयोजित सत्संग में भगदड़ मच गई। इसमें 121 लोगों की मौत हो गई। एटा जिले से भी सत्संग सुनने के लिए श्रद्धालु गए थे। वहां से बचकर लौटे श्रद्धालुओं ने घटनास्थल का आंखों देखा मंजर बयां किया। वहां का मंजर रोंगटे खड़े कर देने वाला था। मिरहची थाना क्षेत्र के रफीपुर गांव से भी लोग सत्संग में गए थे। भगदड़ में अखिलेश, सोरन सिंह, कुलदीप आदि घायल हो गए। उन्होंने बताया कि मौके पर कैसा मंजर था। कुलदीप पत्नी खुशबू ने बताया कि हम बाबा के दर्शन करने के लिए सुबह से ही निकल गए थे। सत्संग में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी थी। सत्संग समाप्त हुआ। इसके बाद लोग वहां से जाने लगे। इसी दौरान भोले बाबा के चरणों की रज लेने एवं जल्दी निकलने की होड़ में भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे को देख ही नहीं रहे थे। एक के ऊपर एक लोग गिरते चले गए। बताया कि हमारे ही सामने लाशों के ढेर लग गए। आंखों के सामने अंधेरा छा गया। लाशों के ऊपर से आंखें बंद करके दौड़ लगाई। किसी तरह से जान बचाकर रोड किनारे पहुंचे। भीड़ लाशों के ऊपर से दौड़ रही थी। कोई बचाने वाला नहीं था।