आगरा। यूपी के हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान भगदड़ होने से 121 लोगों की मौत हो गई। सत्संग में आगरा से भी बसों में भरकर श्रद्धालु गए थे। आगरा के 17 लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग घायल हैं। अमर उजाला ने घायलों से बात की। उन्होंने आंखों देखी जो बताया उसे सुनकर सुनने वाले लोगों के रोंगटे खड़े हो गए।मलपुरा थाना क्षेत्र के सत्यनगर सिरौली रोड धनौली की रहने वाली गीता देवी अपनी बहन राधा के साथ भोले बाबा के सत्संग गई थीं। कार्यक्रम संपन्न होने के बाद भगदड़ मच गई। गीता ने बताया कि उस समय वह जिंदगी और मौत से जूझ रही थीं। सब लोग अपने घर निकलने की जल्दी में थे। इसी बीच लोग गिरते गए। वह भीड़ में दब गईं।वह भगवान को पुकारने लगीं। जिंदगी और मौत का सामना था। उनके पैर, हाथ और कमर में चोट लगी है। बहन राधा की दबकर मौत हो गई। उन्हें घटनास्थल पर इसकी जानकारी भी नहीं हो पाई थी। दोनों बहने बीते करीब 15 सालों से बाबा भोले के इस सत्संग में जाती हैं।इसके अलावा धनौली नगला भगत की रहने वाली संगीता देवी (45) भी सत्संग में गई थीं। भगदड़ में संगीता की मौत हो गई। उनके पति सुरेश ने बताया कि वह बीते 12 सालों से भोले बाबा सत्संग में शामिल होने जाती थी। संगीता के तीन बच्चे हैं। इसमें दो लड़की काजल और गुनगुन, ध्रुव कुमार हैं।