आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को काला दिवस के रूप में मनाया गया

बदायूँ। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ राजेंद्र कुमार शर्मा के आवास पर आपातकाल के 50वीं वर्षगांठ को काला दिवस के रूप में मनाया गया भाजपा के आपदा एवं राहत सेवा विभाग के जिला संयोजक अटल विचार मंच के सचिव अजय शर्मा ने बताया आपातकाल 25 जून 1975 को आधी रात को लागू किया गया 26 जून को भारी सुरक्षा बल के बीच हमारे आवास पर 20 25 सुरक्षाकर्मियों द्वारा घेर लिया गया और पूरे मकान की तलाशी ली गई जनसंघ के तत्कालीन जिला महामंत्री भारतीय जनता पार्टी के तीन बार जिला अध्यक्ष रहे डॉ राजेंद्र कुमार शर्मा को गिरफ्तारी की भनक लग चुकी थी वह अज्ञात स्थान पर भूमिगत हो गए और इंदिरा शासन के खिलाफ आंदोलन के लिए सक्रिय हो गए देशभर में जगह-जगह धरना प्रदर्शन इंदिरा सरकार के खिलाफ होने लगे आपातकाल लगने के कुछ ही दिनों बाद हमारे आवास को नगर पुलिस उपअधीक्षक नरेंद्र देव वर्मा शहर कोतवाल त्यागी जी द्वारा घेर लिया गया उनके साथ भारी सुरक्षा बल और पुलिस कर्मी थे सुबह के करीब 5:00 बजे आगरा फोर्ट ट्रेन आ चुकी थी उसमें दो राजनेता प्रांत प्रचारक शरद मल्होत्रा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य गाजियाबाद के उद्योगपति डॉक्टर जगमोहन गर्ग स्टेशन पर रिक्शा वाले से डॉ राजेंद्र कुमार शर्मा का पता पूछने लगे और वहां चलने के लिए बैठ गए LIO पुलिस विभाग के इंस्पेक्टर सिपाही सक्रिय थे उन्हें विश्वास सूत्रों से ज्ञात हो चुका था कि डॉक्टर साहब अपने आवास पर हैं और दो यात्री जो अभी बाहर से आए हैं वह भी उनके आवास पर हैं चार-पांच सिपाही पानी के पाइप के सारे और बाहर के दरवाजे कूद कर के हमारी छत पर आ गए उन्होंने दरवाजे खटखट करने लगे डॉक्टर साहब की पत्नी यह सब देखकर घबरा गई पुलिस कप्तान ने पूछा डॉक्टर साहब कहां है हम उन्हें गिरफ्तार करने आए उससमय माताजी बाहर से आए लोगों को काफी और नाश्ते की तैयारी कर रही थी डॉक्टर साहब को सूचित कर दिया गया वह नीचे आए और कप्तान साहब से बोले हम अभी चलते हैं जरा नहा धो लें और पूजा कर ले उन्होंने कहा वह दोनों सज्जन कहां है

जो अभी-अभी आपके यहां आए हैं डॉक्टर साहब अनभिज्ञता प्रकट की आखिर में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया और तीन दिन भूख प्यास बदायूं कोतवाली में रखा गया चार-पांच घंटे पुलिस लाइन में रखने और पूछताछ करने के बाद न्यायालय में पेश किया गया से वहां से जिला कारागार में बंदी रजिस्टर नंबर 12 हवालाती नंबर 3739 मु0 इ0 नंबर 530 , U/s 33/43 DIR मैं बदायूं जिला कारागार में निरुद्र किया गया आपातकाल के समय बदायूं में दो मात्र व्यक्तियों को आंतरिक सुरक्षा अधिनियम( मीसा ) के तहत गिरफ्तार किया गया था जिसमें लोकतंत्र रक्षक सेनानी डॉक्टर राजेंद्र कुमार शर्मा पूर्व राज्य मंत्री कृष्ण स्वरूप वैश्य बदायूं दो अन्य लोकतंत्र रक्षक सेनानी कन्नौज निवासी प्रांत प्रचारक शरद मल्होत्रा गाजियाबाद के निवासी डॉक्टर जगमोहन गर्ग आदि को 2 महीने बदायूं जिला कारागार में रखने के बाद उन चारों का ट्रांसफर फतेहगढ़ सेंटर जेल कर दिया गया करीब 16 महीने फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में निरुद्ध रहे डॉक्टर साहब को जेल में यातनाएं दी गई उनके पैरों के नाखून खींचे गए बिजली के झटके लगाए गए इस कारण उनकी आवाज चली गई कई महीने यातना झेलने के बाद उनका इलाज कानपुर के हैंलट अस्पताल में हुआ 18 महीने जेल में रहने के बाद 21 मार्च 1977 को हाई कोर्ट के आदेश छोड़ गया इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी द्वारा 15 दिन की पैरोल भी स्वीकृत हुई बदायूं के कुछ लोकतंत्र रक्षक सेनानियों के नाम श्री पर प्रेम स्वरूप पाठक हर प्रसाद सिंह पटेल ठाकुर महेंद्र पाल सिंह सुरेंद्र पाल सिंह राठौर विमल गुप्ता स्व०राधेश्याम एडवोकेट स्व०बाबू सियाराम एडवोकेट स्व०रामप्यारे ग्रोवर प्रधानाचार्य स्व० हरिशंकर कश्यप नगला इंटर कॉलेज के अध्यापक स्व०जगदीश जी स्व०बहुरन लाल गुरुजी स्व० ठाकुर ओंकार सिंह स्व०ठाकुर बृजपाल सिंह रक्षपाल साहू आचार्य रामविलास जी शर्मा आचार्य राज किशोर जी वेद प्रकाश वैश्य आदि