बरेली । बरेली के सिरौली थाना निवासी रामवीर सिंह ने आई जी कार्यालय पहुंचकर अपनी नाबालिग पुत्री की बरामदगी के लिए न्याय की गुहार लगाई है पीड़ित का कहना है जब वह बाहर दूसरे जिला मे मजदूरी के लिए गया था तब गाँव के रहने वाले गुलाब ने अपने साथियों छत्रपाल और वीरपाल के साथ मिलकर मेरी नाबालिग पुत्री कविता का अपहरण कर लिया जब मेरी पत्नी को इस बात का पता चला तो उसने हर जगह तलाश किया और मुझे सूचना दी पीड़ित ने सिरौली पुलिस थाने मे इस बात की शिकायत भी की लेकिन पीड़ित का कहना है सिरौली पुलिस ने मुल्ज़िमो के सात मिले हुए हैं मेरी कोई बात नही सुनी जब पीड़ित ने अधिकारियों से इस बात की शिकायत की है पुलिस ने पीड़ित से एक हजार रूपए लेकर के चार दिन बाद पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज की मुल्ज़िम गाँव मे खुले आम घूम रहे है और पीड़ित पर समझौता करने का दबाब बना रहे है पीड़ित ने आरोप लगाया है की पुत्री को ढूंढ़ने के लिए सिरौली थाने के दरोगा विकास यादव ने लड़की बरामद कराने के नाम पर पीड़ित से 3500 रूपए भी ले लिए लेकिन् मेरी पुत्री को बरामद नही किया, पीड़ित को डर है कही ये लोग मेरी बेटी की हत्या ना कर दे, पीड़ित का कहना है मै एसएसपी कार्यालय मे भी अपनी शिकायत दर्ज करा चुका हु लेकिन फिर भी मेरी पुत्री का कोई पता नही चला ना ही आरोपियों पर कोई कार्यवाही की गई पीड़ित का कहना है अगर मेरी पुत्री नही मिली तो मेरी पत्नी आत्महत्या करने को विवश हो जाएगी पीड़ित का कहना है आईजी साहब से मिलने के बाद जब मुझे सी ओ मीरगंज से मिलने को कहा गया तब मै मीरगंज सीओ साहब के कार्यालय पहुंचा तो सीओ दीपशिखा ने कहा आपकी पुत्री को ढूंढ़ने की सारी जिम्मेदारी पुलिस की नही है जाकर खुद ढूंढो और वहाँ मौजूद कर्मचारियों ने मुझे धक्का देकर ऑफिस के बहार निकाल दिया उसके बाद जब मैने सीएम पोर्टल पर इस बात की शिकायत की तब विवेचक रामवीर सिंह ने पीड़ित को झूठे मुक़दमे का डर दिखाकर और डरा-धमकाकर एक सादा कागज़ पर पीड़ित के हस्ताक्षर ले लिए, अब पीड़ित का यही कहना है की मेरी पुत्री को बरामद किया जाए और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।