बरेली। में छोटे-छोटे टास्क पूरा करके अतिरिक्त कमाई का लालच देकर साइबर ठगों ने परसाखेड़ा के उद्यमी से 49 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। माहभर पहले परसाखेड़ा में फैक्टरी संचालित करने वाले शख्स को ठगों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। इसी ग्रुप में उनको अतिरिक्त कमाई का ऑफर दिया। उनके पास ऑनलाइन ही वेबसाइट व चैनल को लाइक करने का प्रस्ताव आया। ऐसा करने पर ठगों ने उन्हें कमाई भी कराई। भरोसे में लेकर निवेश की स्कीम समझाई गई। शुरुआत में उनको 30 हजार रुपये वापस भी मिले। इसके बाद ज्यादा निवेश के लिए उकसाया गया। धीरे-धीरे करके उनसे 48.90 लाख रुपये ठग लिए गए। काफी समय तक रकम वापस न मिलने पर उद्यमी ने एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी ने साइबर थाना पुलिस को जांच सौंपी है।साइबर ठगों ने उद्यमी से सात बैंक खातों में रकम डलवाई थी। पुलिस ने इनकी जानकारी की तो केवल दो खातों में क्रमवार पांच व दस लाख रुपये बचे थे, जिसे फ्रीज कराया गया। बाकी पांच खातों से रकम नहीं बची है है। माना जा रहा है कि बाकी धन विदेशी खातों में ट्रांसफर कर निकाल लिया गया। शहर के लोगों से ठगी के बाद रकम की निकासी दुबई और वियतनाम से हो रही है। सालभर में दर्ज साइबर ठगी के मुकदमों की जांच में पता लगा है कि शातिरों के आईपी एड्रेस दुबई, फिलीपीन, म्यांमार, वियतनाम व कंबोडिया के हैं। भारतीयों को फंसाने के लिए भारतीय खाते ही इस्तेमाल होते हैं। आईजी डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर प्रलोभन देकर साइबर ठगी के मामले बढ़े हैं। पुलिस कई मामलों में समय से सूचना मिलने पर लोगों की रकम वापस भी कराती है पर हर मामले में यह संभव नहीं हो पाता। सावधान रहना ही इससे बचाव का सर्वोत्तम उपाय है। किसी को अपनी निजी जानकारी बिल्कुल न दें।किसी को आधारकार्ड या पैनकार्ड न भेजें। किसी नए लिंक पर क्लिक न करें।किसी ऑफर या इनाम के झांसे में न आएं। किसी को ओटीपी न बताएं, बैंक संबंधी डिटेल न दें। वीडियो कॉल पर न्यूड वीडियो बनाकर ठगी के मामले बढ़े हैं, इनसे सावधान रहें। रात में सोते वक्त मोबाइल फोन पर इंटरनेट बंद रखें। ठगी होते ही टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल करें। cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।सोशल मीडिया अकाउंट पर प्राइवेसी लगाकर रखें।