बदायूँ। उत्तर प्रदेश हिन्दी प्रचार समिति के बैनर तले नूतनवर्ष पर एक काव्य गोष्ठी गुराई प्राची मिश्रा आनलाइन सर्विस सेंटर पर आयोजित की गई। जिसकी अधयक्षता रमेश चन्द्र शंखधार ने की। गोष्ठी मे सरस्वती वंदना अचिन मासूम ने पढी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए षटवदन शंखधार ने कहा आओ नूतन बरस पर कहानी गढे प्रेम को बांटकर प्रेम को ही पढ़े मेरी शुभकामना आप सबको यही रोज उत्कर्ष की सीढियों को चढे। उसावां से पधारे अमित वर्मा अम्बर ने पढा, पूर्ण हो जाएंगी सब मनोकामना तुम करो नित्य ही शक्ति आराधना हर कोई यश व वैभव से हो पल्लवित सबको नूतन बरस की हैं शुभकामना। सोरों से पधारे गनेश यादव ‘गौरव’ ने छंद पढ़ा -चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, सम्वत इक्यासी और, नवरात्र की है लख, लख शुभकामना। मात वरदान दो ये, जीवन में यश मिले, कभी नहीं हार हो माॅं, यही मेरी प्रार्थना।। काम-क्रोध-मोह-दंभ, मद का हो नाश और, मिट जाए हृदय से, सारी यह वासना। लिखे छंद अविराम, ‘गौरव’ सुबह शाम, लेखनी न रुके कभी, प्रबल हो भावना।। पसेई के विवेक यादव “अज्ञानी”ने पढा….. सबका ही रहे साथ, किसी का न छूटे हाथ हर सनातनी की ये बनी रहे भावना नित्य सब आगे बढ़ें,आयाम भी नये गढ़ें हिंदू नववर्ष की सभी को शुभकामना बिल्सी से पधारे ओजस्वी जौहरी ने पढ़ा नई नई उमंग है नई नई तरंग है नई नई छटा भी है एक नया रंग है। नई नई सी भोर में खेलती हैं रश्मियां आगमन नव वर्ष का नवरात्र लाता संग है।बिल्सी से पधारे विष्णु असावा ने नवसंवत्सर की शुभकामनायें देते हुए कहा हिन्दू नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं सहित एक मन हरण छंद प्रथम गणेश को मनाते हुए गौरजा का नवरात्रि पर्व देखो आया मनभावना चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नववर्ष हिन्दुओं का सनातनियों को शत बार शुभकामना इसके अलावा हर्षवर्धन मिश्रा, ललितेश कुमार, हरगोबिन्द पाठक, प्रदीप दुबे, पंकज मतलबी, मारूति नंदन, दिनेश शर्मा आदि उपस्थित रहें।