बिल्सी। नवरात्र के चौथे दिन नगर के मंदिरों में भक्तों ने मां कुष्मांडा की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की। आज शुक्रवार को सुबह से ही नगर के मोहल्ला संख्या एक हनुमानगढ़ी स्थित देवी मंदिर, मोहल्ला संख्या पांच के दुर्गा मंदिर, शिव शक्ति भवन मंदिर, कुटी मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, देववाणी मंदिर समेत प्रमुख देवी मंदिरों में भक्तों ने मां के दरबार में हाजिरी लगाई। हनुमानगढ़ी मंदिर पर मां के दर्शन के लिये भक्तों की काफी भीड़ लगी रही। बताते है कि यह दिन मां दुर्गा के चतुर्थ रूप देवी कूष्मांडा को समर्पित है। अपनी मंद मुस्कुराहट और अपने उदर से अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारंण इन्हें कूष्मांडा देवी के नाम से जाना जाता है। संस्कृत भाषा में कूष्मांड कूम्हडे को कहा जाता है, कूम्हडे की बलि इन्हें प्रिय है, इस कारण से भी इन्हें कूष्मांडा के नाम से जाना जाता है। जब सृष्टि नहीं थी और चारों ओर अंधकार ही अंधकार था तब इन्होंने ईषत हास्य से ब्रह्मांड की रचना की थी। माता कूष्मांडा तेज की देवी हैं। इन्हीं के तेज और प्रभाव से दसों दिशाओं को प्रकाशमिलता है। कहते हैं कि सारे ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में जो तेज है वो देवी कूष्मांडा की देन है। इधर नगर के बिजलीघर रोड स्थित दुर्गा मंदिर के सामने नालियों का दूषित पानी सड़क पर बहने के कारण यहां आने-जाने वाले भक्तों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर वार्ड के सभासद ने नगर पालिका परिषद को कई बार अवगत कराया है। किसी ने इसको गंभीरता से नहीं लिया है। जिससे उनमें रोष है।