अयोध्या के तकरीबन तीन लाख घरों तक पहुंचा शुद्ध पेयजल, सैकड़ों लोगों को मिला रोजगार

अयोध्या। भारत सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां पर घर में नल का शुद्ध पेयजल सही तरीके से पहुंच रहा है। उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन की ‘हर घर जल’ योजना से 06 फरवरी, 2024 तक 2,04,32,485 ग्रामीण परिवारों तक फंक्शनल हाउसहोल्ड नल कनेक्शन पहुंचा है। साथ ही उत्तर प्रदेश के तरीबन 12,25,94,910 गांवों को शुद्ध पीने का पानी प्राप्त हो रहा है। वर्ष 2019 से पहले उत्तर प्रदेश में सिर्फ 5,16,221 ग्रामीण परिवारों तक ही फंक्शनल हाउसहोल्ड नल का कनेक्शन पहुंच पाया था। उत्तर प्रदेश सरकार की इस परियोजना का लाभ अयोध्या जिले में रहने वाले निवासियों को भी हुआ है।उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में तकरीबन 3.5 लाख घर हैं, जहां पर अभी तक ‘हर घर जल’ योजना के तहत तकरीबन 3 लाख घरों में शुद्ध पेयजल का फंक्शनल हाउसहोल्ड नल कनेक्शन की सुविधा पहुंचा चुकी हैं।जल निगम ग्रामीण के प्रबंध निदेशक डॉ. बलकार सिंह ने बताया कि ग्रामीण परिवारों को शुद्ध जल पहुंचाने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। हम लोग हर परिवार तक शुद्ध जल पहुंचाने के लक्ष्य के काफी करीब हैं। इस योजना के तहत ग्रामीण परिवारों को शुद्ध जल के साथ रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। कौशल के आधार पर कई युवाओं को गांव में ही रोजगार दिया जा चुका है। अयोध्या में हर घर तक जल पहुंचाने के लक्ष्य को हासिल करने का कार्य हर स्तर पर जारी है।जल जीवन मिशन के तहत न सिर्फ अयोध्या के घरों में शुद्ध पेयजल की सुविधा आसानी से पहुंच रही हैं, बल्कि इस योजना के आने से वहां के लोगों के लिए रोजगार के कई अवसर भी खुल गए हैं। इसमें महिलाओं से लेकर युवाओं और अन्य काम की तलाश में रहने वाले लोगों को उनके कौशल के आधार पर रोजगार की सुविधा मुहैया कराई गयी है। इस योजना के तहत अयोध्या की तकरीबन 5515 महिलाओं को एफटीके के जरिए पानी की जांच करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। जिसके तहत ये सभी महिलाएं ट्रेनिंग लेकर इस कार्य को सुचारु रूप से कर रही हैं।महिलाओं के अलावा अयोध्या के युवाओं को कई सारी ट्रेनिंग प्रदान की गई है, जिसमें 1588 युवाओं को प्लम्बर, पंप ऑपरेटर और इलेक्ट्रिशियन की ट्रेनिंग प्रदान की गई हैं। साथ ही 1587 लोगों को मोटर मैकेनिक, 1589 को फिटर और 2382 लोगों को राजमिस्त्री की ट्रेनिंग देकर रोजगार प्रदान किया गया।