बदायूँ से किसान आंदोलन को दिल्ली जा रहे भाकियू के 25 ट्रैक्टरों के काफिले को पुलिस ने रोका

सालारपुर। भारतीय किसान यूनियन असली अराजनैतिक के पदाधिकारी,कार्यकर्ता किसानों के साथ उत्तर प्रदेश संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली कूच को घरों से निकले। सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता सिलहरी से 25 ट्रेक्टरों से दिल्ली रवाना होने की तैयारी कर रहे थे। एक ट्रैक्टर ट्राली मे रजाई गद्दा टैंट कुर्सी बर्तन और खाने पीने का सामान साथ लेकर किसान दिल्ली को घरों से निकले। जानकारी होते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया। पुलिस ने किसानों के 25 ट्रैक्टरों के काफिले को रोक लिया। इस पर भाकियू औऱ पुलिस के बीच कहासुनी औऱ गर्मागर्मी होने से कुछ देर को तनातनी हो गई। बाद में पुलिस ने सभी को समझा कर घर वापस भेज दिया।

किसान आंदोलन में किसानों के मुख्य मुद्दे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारंटी कानून एवं किसानों की पूरी कर्जमाफी और स्वामी नाथन की रिपोर्ट C2+50फार्मूला आदि प्रमुख हैं। आज जैसे ही सिलहरी बिजली घर से मैन रोड पर भाकियू जिला अध्यक्ष के पी एस राठौर के नेतृत्व मे किसान निकले पुलिस प्रशासन ने ट्रैक्टरो को रोकना चाहा, किसान नेताओं ने पुलिस प्रशासन से बात की प्रशासन किसानों को रोकना चाह रहा था। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने को लेकर किसानों और पुलिस के बीच कहासुनी व गर्मागर्मी हो गई।

किसानों ने ट्रेक्टर रोके नहीं फिर पुलिस ने ट्रैक्टरों को आगे से घेर कर सिलहरी बाजार बाली जगह पर इकठ्ठे किए। तब किसानों ने ट्रैक्टरों के आगे तिरपाल बिछा दिया। और पंचायत शुरू कर दी। उसके बाद किसानों ने वही पर खाना बनाया और सभी किसान पदाधिकारी कार्यकर्ता और किसानों ने पुलिस प्रशासन के साथ खाना खाया। देर शाम के बाद प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद किसान अपने अपने घरों को वापस हुए। इस मौके पर भाकियू के पदाधिकारी,कार्यकर्ता, किसान प्रताप सिंह, हरीश सिंह, बिशेस पटेल, कालू ,हरबंस पटेल ,रिटायर्ड इंस्पेक्टर हवलदार खान, भगवान दास, प्रशांत पटेल, मुनेंद्र सिंह, द्यारिकी सिंह ,हबलदार सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य तारिक, मसूदी मुहम्मद, शिव पाल यादब, सत्यपाल यादव ,सुशांत सिंह ,कमल गुप्ता, सद्दाम भाई, आकाश श्रीबास्तब ,पिंटू शाक्य, रामेंद्र यादव, दुर्बेश डाक्टर, साहब सिंह, रावल वीर सिंह ,सूरज पाल सिंह, राजपाल सिंह ,अशोक सिंह समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।