गाजियाबाद। नमो भारत, इस वर्ष आयोजित होने वाले 75 वें गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में आकर्षण का केंद्र बनने जा रही हैं। उत्तर-प्रदेश की झांकी में दिखेगी इसकी झलक। विकसित भारत, समृद्ध विरासत की थीम पर बनी उत्तर प्रदेश की झांकी में देश का गौरव बढ़ाने वाली परियोजनाओं व उपलब्धियों को दर्शाया गया है। इसमें आरआरटीएस के साहिबाबाद स्टेशन और इस स्टेशन से निकलती नमो भारत ट्रेन को प्रदर्शित किया जाएगा। यह एक बेहद मनोरम और दिलों को छू जाने वाला क्षण होगा, जब दुनिया के अलग-अलग कोनों से हिंदुस्तानी इस झांकी के जरिए देश की पहली नमो भारत ट्रेन द्वारा परिवहन के क्षेत्र में लाई जाने वाली क्रांति को महसूस करेंगे। उल्लेखनीय है कि देश का पहला आरआरटीएस कॉरिडोर दिल्ली को पश्चमी उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से तीव्र रफ्तार पर जोड़ने की दिशा में तेजी से विकसित किया जा रहा है। इस कॉरिडोर की लंबाई 82 किमी है, जिसे नमो भारत ट्रेन महज एक घंटे से भी कम समय में तय करेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने अक्तूबर 2023 में आरआरटीएस के प्राथमिक खंड (साहिबाबाद से दुहाई) पर नमो भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर जनता को सौंपा था। दुहाई से आगे मेरठ साउथ आरआरटीएस स्टेशन तक अतिरिक्त 25 किमी के हिस्से में ट्रायल रन जारी है और जल्द ही इस सेक्शन में भी नमो भारत ट्रेनों का संचालन आरंभ होगा। आरआरटीएस निर्माण के पहले फेज में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के साथ ही दिल्ली-अलवर और दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर भी बनाए जाने हैं। इस महत्वकांक्षी परियोजना की तर्ज पर देश के अन्य हिस्सों में भी रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम को लाने की कवायदें शुरू हो गई हैं।