दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में बढ़े Influenza के मामले, एक्सपर्ट से जानें इससे जुड़ी सभी जरूरी बातें
स्वास्थ्य। सर्दियों का मौसम न सिर्फ अपनी कड़ाके की ठंड के लिए जाना जाता है, बल्कि कई सारे संक्रमणों और बीमारियों के लिए जाना जाता है। इस मौसम में सर्दी-खांसी जैसे कई संक्रमण लोगों को अपनी चपेट में लेते हैं। इंफ्लूएंजा (Influenza) इन्हीं समस्याओं में से एक है, जिसके मामले बीते कुछ समय से देश के विभिन्न हिस्सों तेजी से बढ़ रहे हैं। विभिन्न शहरों में रेस्पिरेटरी संबंधी बीमारियों में बढ़ोतरी हो रही है। दिल्ली के कई अस्पतालों ने फ्लू के लक्षण वाले मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाया गया है। साथ ही डॉक्टर्स भी लोगों से सावधानी बरतने और फ्लू के लक्षणों को हल्के में न लेने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे में वायरल संक्रमण की स्थिति को बेहतर ढंग से समझने के लिए हमने उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के एमडी मेडिसिन (जनरल फिजिशियन) डॉ. संजय कुमार से खास बातचीत के जरिए इस संक्रमण से जुड़ी सभी जरूरी बातें जानने की कोशिश की। सामान्य इंफ्लूएंजाके लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, थकान और सिरदर्द शामिल हो सकते हैं। हालांकि, सिर्फ लक्षणों के आधार पर इंफ्लूएंजाको अन्य रेस्पिरेटरी संबंधी बीमारियों से अलग करना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में सही तरीके से इसकी पहचान करने के लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है, खासकर जब समान रेस्पिरेटरी स्थितियों में एक जैसे लक्षण होते हैं। पेशेवर सलाह लेने से इंफ्लूएंजा को अन्य संभावित बीमारियों से अलग करने में मदद मिलती है। सामान्य इन्फ्लूएंजा, स्वाइन फ्लू (H1N1), और कोविड-19 के बीच लक्षणों को पहचानना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। खासकर तब जब तीनों में ही बुखार, खांसी और थकान जैसे आम लक्षण हैं। ऐसे में सही परीक्षण के जरिए भी इनकी पहचान की जा सकती है। हालांकि, लक्षणों की बात करें तो कोविड-19 में स्वाद या गंध का जाना मुख्य लक्षण हो सकते हैं, लेकिन सही इलाज के लिए टेस्ट जरूर करवाएं। बुजुर्गों और किसी गंभीर मेडिकल कंडीशन वाले लोगों को इंफ्लूएंजा का खतरा ज्यादा हो सकता है। ऐसे में उन्हें सुरक्षित रखने के लिए इंफ्लूएंजा के खिलाफ टीकाकरण महत्वपूर्ण है। इसके अलावा बार-बार हाथ धोने के साथ ही अच्छी स्वच्छता का पालन करें और भीड़-भाड़ वाली जगहों से जितना हो सके, परहेज करें। मौजूदा समय में वारस इन्फेक्श और फ्लू दोनों के ही मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में इससे बचने के लिए वार्षिक फ्लू शॉट और कोविड-19 वैक्सीन (अगर नहीं लगी है तो) जरूर लगवाएं। साथ ही नियमित रूप से हाथ धोना, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना और शारीरिक दूरी बनाए रखना संक्रमण के जोखिम को कम करने में मदद करता है।फ्लू से पीड़ित व्यक्तियों को कुछ खास और गंभीर लक्षणों को भूलकर भी अनदेखी नहीं करना चाहिए और बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इन लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, लगातार सीने में दर्द, भ्रम, गंभीर डिहाइड्रेशन और होठों या चेहरे पर नीलापन शामिल हैं। बुजुर्ग, कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्ति और कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोग इंफ्लूएंजा और कोविड-19 जैसे संक्रमणों से गंभीर जटिलताओं के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। ऐसे में इन लोगों को पर्सनल हाइजीन, मास्क पहनना और शारीरिक दूरी बनाए रखने जैसी सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए।