शाहजहांपुर। एस.एस. कॉलेज में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर शिक्षकों के मध्य एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ नेता जी के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि से हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए प्राचार्य प्रो. आर. के. आजाद ने कहा कि आजाद हिंद फौज का गठन और उसकी चुनौतियों ने अंग्रेजी शासन को हिला दिया था। अंग्रेजों ने यह समझ लिया था कि अब भारत छोड़ना पड़ेगा। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने जन समुदाय को भी अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन करने के लिए प्रेरित किया था। उनका नारा “तुम मुझे रक्त दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा” युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय हुआ था इस नारे के कारण ही भारतीय युवा अंग्रेजों के पीछे पड़ गए थे । गोष्ठी में बोलते हुए उप प्राचार्य प्रो. अनुराग अग्रवाल ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस ने भारत की आजादी का आधार तैयार कर दिया था। वह एक ऐसे राष्ट्र भक्त थे जिन्हें आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए माताओं और बहनों ने अपने आभूषण तक सौंप दिए। उनकी सेना ने अंग्रेजों की नींद उड़ा दी थी ।उन्हीं के प्रयासों से अंग्रेज धीरे-धीरे कमजोर होते गए। गोष्ठी में डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. कमलेश गौतम, डॉ. आलोक कुमार सिंह, डॉ. गौरव सक्सैना, डॉ. अजय कुमार वर्मा, डॉ. सचिन खन्ना, डॉ. बरखा सक्सेना, बृजलाली , डॉ. मोहिनी शंकर, पोथीराम सिंह, अखंड प्रताप सिंह , चंद्रशेखर श्रीवास्तव, उन्नति आदि शिक्षक उपस्थित थे।