बिल्सी। तहसील क्षेत्र के यज्ञ तीर्थ गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर पर आज शनिवार को यज्ञोपरांत विश्व होम्योपैथ दिवस मनाया गया। अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने होम्योपैथ पध्दति से इलाज का महत्व समझाते हुए कहा कि चिकित्सा पद्धतियों में होम्योपैथी पद्धति सर्वोपरि सरल सुगम सस्ती एवं सफल पध्दति है। एक बार चिकित्सक रोगी के स्वभाव को समझ ले और सही औषधि का उपयोग हो जाए तो रोगी रोग से कुछ समय में मुक्त हो जाता है। आचार्य संजीव रूप ने कहा कि मुझे पिछले तीस वर्षों से जुखाम था, अंग्रेजी एवं अन्य औषधियों का निरंतर सेवन किया किंतु लाभ नहीं हुआ। एक बार होम्योपैथिक चिकित्सालय और पिछले दो वर्षों से काम नहीं हुआ। होम्योपैथी दवा खाने में बहुत सरल और सहज है। इसके कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है। वर्तमान में इस पध्दति से उपचार कराने वालों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। लोग लगातार इससे जुड़ते जा रहे है। इस मौके पर प्रज्ञा आर्य, विश्वपाल सिंह, राकेश आर्य, मास्टर साहब सिंह, सुखवीर सिंह, अंशुल कुमार, मनोज कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।