शाहजहांपुर। एसएस कॉलेज के कामर्स विभाग में चल रही कार्यशाला के दूसरे दिन लखनऊ विश्वविद्यालय के एमबीए विभाग के प्रोफेसर निशांत कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शोध प्रस्ताव के पहली सीढ़ी शोध समस्या का चयन होती है। शोध समस्या का चयन करते समय यह ध्यान रखना चाहिए की उसका निहितार्थ क्या है। शोध कार्य तभी सार्थक होता है जब वह किसी स्थानीय अथवा राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय समस्या का समाधान प्रस्तुत करे । प्रोफेसर निशांत ने कहा की शोध समस्या के चयन के समय यह भी ध्यान रखना चाहिए की वह समस्या किसी जाति , धर्म अथवा वर्ग विशेष को मानसिक ठेस ना पहुंचाए। शोध हेतु समस्या का चयन करते समय किसी पूर्वाग्रह से ग्रस्त नहीं होना चाहिए। डा रुपक के संचालन हुए कार्यक्रम के अंत में डा गौरव सक्सेना ने धनयवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के अयोजन में बृज लाली, अपर्णा त्रिपाठी, दिव्यांश मिश्रा और देव सिंह का विषेश सहयोग रहा