शराब घोटाला मामले में पूछताछ पर ईडी को लिखी चिट्ठी, बताया पेश न होने का कारण

नई दिल्ली। में हुए कथित शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के तीसरे समन पर भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नहीं पहुंचे। जांच एजेंसी को सीएम केजरीवाल ने चिट्ठी लिखी है। उन्होंने पेश न होने के पीछे कारण बताते हुए लिखा कि वह अभी राज्य सभा चुनाव में व्यस्त हैं। साथ ही कहा कि वह किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं। आप संयोजक ने ईडी को लिखी चिट्ठी में पूछा है कि मुझे पूछताछ के लिए बुलाने के पीछे क्या कारण है। इसके बारे में समन में साफ नहीं लिखा गया है। किस बारे में मुझ से पूछताछ होगी और किस मामले में मुझे बुलाया जा रहा है। उन्होंने समन के जवाब में कहा कि आपकी चुप्पी मुझे यह निष्कर्ष निकालने के लिए मजबूर कर रही है कि आप अनुचित गोपनीयता बनाए रख रहे हैं। वर्तमान मामले में अपारदर्शी और मनमाने ढंग से व्यवहार कर रहे हैं।सीएम ने कहा कि अभी वह दिल्ली में होने वाले तीन राज्यसभा चुनाव को लेकर व्यस्त हैं। तीन राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल 27 जनवरी को खत्म हो रहा है। आगे कहा कि इसके अलावा मैं 26 जनजवरी 2024 को होने वाले गणतंत्र दिवस के साथ ही अन्य कामों में व्यस्त हूं। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी जांच एजेंसी की और से दो बार समन जारी किया जा चुका है। पहले दो नवंबर और उसके बाद 21 दिसंबर को ईडी ने समन जारी कर पेश होने के लिए कहा था। उन्होंने समन को गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित बताया था। अरविंद केजरीवाल को ईडी ने अक्तूबर में भी इस मामले में समन जारी करके दो नवंबर को तलब किया था, लेकिन वह उस दौरान भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। तब उन्होंने विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त होने का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष पेश होने का समय मांगा था, वहीं दो नवंबर को उनके वकीलों ने ईडी के समन को गैर कानूनी करार दे दिया था।दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मनीष सिसोदिया एक साल से गिरफ्तार हैं। वे मनीष सिसोदिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं जुटा पाए हैं और अब अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है। विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा नेताओं के खिलाफ कई मामले सामने आते हैं लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। आज तक, न तो ईडी और न ही केंद्र ने हमें बताया है कि वे किस हैसियत से अरविंद केजरीवाल को बुला रहे हैं, वह न तो गवाह हैं और न ही आरोपी हैं। (समन की) टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठते हैं। जब सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही हैं, केंद्र सरकार द्वारा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश की जा रही है ताकि वह चुनाव प्रचार न कर सकें।