पीलीभीत टाइगर रिजर्व में गेस्ट हाउस व हट फुल, होम स्टे में मनाएं क्रिसमस और नया साल; जानें दुधवा का हाल
पीलीभीत। टाइगर रिजर्व (पीटीआर) में क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के शौकीन थोड़ा निराश हो सकते हैं क्योंकि दस जनवरी तक यहां के सभी गेस्ट हाउस और हट बुक हो चुकी हैं। लेकिन वे रिजर्व क्षेत्र में ही बने करीब एक दर्जन होम और फार्म स्टे में अपने अरमान पूरे कर सकते हैं। उधर, दुधवा नेशनल पार्क 20 दिसंबर से पांच जनवरी तक फुल रहेगा। पीटीआर में सैलानियों के लिए छह गेस्ट हाउस हैं, जिनमें एक बार में 24 लोग ठहर सकते हैं। एक गेस्ट हाउस का किराया 800 से 1500 रुपये तक है। यहां के प्रसिद्ध चूका बीच पर सात ट्री टॉप हट भी हैं, जिनमें एक बार में कुल 14 लोग ठहर सकते हैं। यहां 24 घंटे का किराया 2500 से 3000 रुपये है। 10 जनवरी तक इन सभी की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। क्रिसमस और नए साल का जश्न जंगल में मनाने के अरमान लिए यहां पहुंचने वाले सैलानी अब रिजर्व क्षेत्र में ही जंगल से सटे इलाके में बने होम व फार्म स्टे का लाभ उठा सकते हैं। इस इलाके में छह होम स्टे हैं, जिनमें एक बार में 30 लोग ठहर सकते हैं। यहां प्रति व्यक्ति 2500 से 3000 रुपये के हिसाब से किराया लिया जाता है। हालांकि छह साल तक के बच्चों का किराया नहीं लगता। ठहराव के दौरान उन्हें ब्रेकफास्ट मुफ्त में दिया जाएगा, लेकिन लंच और डिनर के लिए शुल्क देना पड़ेगा। इसी तरह दो फार्म स्टे हैं जिनमें एक बार में 20 लोग रुक सकते हैं। यहां भी यही किराया और सुविधाएं हैं। पीटीआर में 71 बाघ हैं। डीएफओ नवीन खंडेलवाल का कहना है कि यहां बेहतर ग्रासलैंड के साथ नहरों का जाल है। सर्दियों में बाघ धूप सेंकने के लिए जंगल से निकलकर ग्रासलैंड में आकर बैठ जाते हैं। इससे सैलानी बाघों को काफी करीब से देख पाते हैं। मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस पहुंचने वाले सैलानियों को अगर ठहरने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है तो वह माधोटांडा कस्बे से बराही रोड पर चार किलोमीटर दूरी तय कर अर्थ होम स्टे जा सकते हैं। इसके अलावा खटीमा मार्ग पर डगा गांव के निकट पहुंचकर हरदोई ब्रांच नहर पटरी के रास्ते शाहगढ़ रेलवे क्रॉसिंग के लिए सनराइज होम स्टे में भी ठहर सकते हैं। गोमती उद्गम स्थल के निकट बने गोल्डन होम स्टे में भी बेहतर व्यवस्थाएं हैं। पीलीभीत से माधोटांडा मार्ग होते हुए सैलानी खारजा नहर तिराहे पर पहुंचेंगे। खटीमा मार्ग से होते हुए सीधे मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस पहुंचेंगे। यहां से चूका बीच के लिए वाहन मिल जाएंगे। इसके अलावा पीलीभीत में नेहरू पार्क से इन वाहन से आसानी से पीटीआर जा सकते हैं। क्रिसमस और नए साल का जश्न प्रकृति की गोद में मनाने के लिए सैलानियों ने पहले ही बुकिंग कर ली है। दुधवा नेशनल पार्क 20 दिसंबर से पांच जनवरी तक फुल रहेगा। शनिवार और रविवार को छुट्टी के चलते दुधवा पहले से ही हाउसफुल रहा। रविवार को भी दो शिफ्टों में सैलानियों ने पार्क के प्राकृतिक सौंदर्य का करीब से नजारा लिया। हालांकि, रविवार को बाघ के दीदार सैलानियों को नहीं हो सके। पार्क सूत्रों के अनुसार, 20 दिसंबर से पांच जनवरी तक दुधवा सैलानियों के लिए हाउसफुल हो चुका है। सभी हट और 100 बेड की डॉरमेट्री के साथ-साथ चार सरकारी गेस्ट हाउस की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। दुधवा नेशनल पार्क आने वाले सैलानी नकउहा नाले पर जरूर रुकते हैं। रविवार को भी करीब 15 मगरमच्छ एक साथ धूप सेंकते हुए देखे गए। एक सैलानी की नजर पड़ी तो उसने सभी को बताया। काफी देर तक सैलानी धूप सेंकते मगरमच्छों को निहारते रहे। दुधवा घूमने आने वाले सैलानियों के लिए अब नेपाल भी पसंदीदा बनने लगा है। शनिवार को पार्क का भ्रमण करने के बाद काफी संख्या में सैलानियों की भीड़ नेपाल घूमने के लिए भी गई। रविवार को भी सुबह की शिफ्ट में जंगल भ्रमण करने वाले करीब आधा दर्जन सैलानी गाड़ियों की बुकिंग कराने नेपाल की ओर रवाना होते दिखाई दिए दुधवा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर ललित कुमार वर्मा ने बताया कि सैलानियों को कोई दिक्कत न हों इसका इंतजाम किया जा रहा हैं।




















































































