कलीनगर। शारदा नदी के पार पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) की जमीन पर कब्जे की भनक के बाद बराही रेंज प्रशासन गंभीर है। रेंजर ने टीम के साथ नदी पार पहुंचकर पड़ताल की। नक्शे की मदद से जीपीएस रीडिंग लेने के बाद निगरानी बढ़ा दी गई है। अफसरों का दावा है कि कहीं कोई कब्जा नहीं है। वहीं चर्चा है की नदी पार की अधिकांश जमीनों पर गेहूं की बोआई कर दी गई है। कलीनगर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत शारदा नदी पार पीटीआर की बराही रेंज की कोर एरिया की हजारों एकड़ जमीन है। यह इलाका रमनगरा, गुनहान क्षेत्र में आता है। दशकों से संयुक्त सीमांकन की आड़ में सैकड़ों एकड़ जंगल की जमीन पर कब्जे चले आ रहे हैं। क्षेत्रीय वनकर्मियों की उदासीनता से दिनोंदिन कब्जों का दायरा बढ़ता जा रहा है। कब्जेदारों ने हाल ही में गेहूं की फसल की बोआई भी शुरू कर दी है। इस दौरान कुछ नए कब्जे किए जाने की भी कोशिश हुई है। इसकी भनक लगने के बाद बराही रेंजर अरुण मोहन श्रीवास्तव सर्वेयर समेत टीम के साथ नदी के पार पहुंचे। राजस्व और जंगल की जमीन की हकीकत परखने के लिए नक्शे की मदद से जीपीएस रीडिंग ली गई। इसके बाद इस इलाके की जमीनों पर कब्जों की स्थिति को परखना शुरू कर दिया। रेंजर का दावा है कि अभी कोई नई जोताई नहीं हुई है। इस पर नजर रखी जा रही है। संवाद अधिकांश जमीन पर हो गई गेहूं की बोआई नदी पार सैकड़ों एकड़ वन भूमि पर कब्जे हैं। इस क्षेत्र में नॉन जेड ए की विभिन्न श्रेणियों में दर्ज भूमि भी है। इस पर कुछ ग्रामीणों के पट्टे भी हैं। पट्टों की आड़ में वन भूमि पर कब्जे को अंजाम दिया गया है। संयुक्त सीमांकन के पेंच के चलते कब्जे बढ़ रहे हैं। ऐसे में अधिकांश जमीन पर गेहूं की बोआई कर दी गई है।