हर्बल प्रोडक्ट की आपूर्ति व निर्यात के बिजनेस का झांसा देकर साइबर फ्रॉड करने वाले 03 ठग गिरफ्तार

गाजियाबाद। राजेन्द्र यादव निवासी नीतिखन्ड-1 थाना इन्दिरापुरम ने हर्बल प्रोडक्ट की आपूर्ति व निर्यात के बिजनेस का झांसा देकर उनसे करीब 20 लाख रु0 ऑनलाइन ट्रार्जेक्सन करवा लेने के सम्बन्ध मे थाना इन्दिरापुरम पर मुकदमा दर्ज कराया। साइबर सैल गाजियाबाद व थाना इन्दिरापुरम पुलिस ने 14 अक्टूबर को सर्विलांस व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर उक्त घटना को कारित करने वाले 03 अभियुक्तों को सैक्टर 62 नोएडा अण्डरपास के पास से गिरफ्तार किया गया है व अभियुक्तों के पास से बरामद गाडी को सीज किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तगणों से पूछताछ की गयी तो यह तथ्य प्रकाश मे आये की अभियुक्तगण लोगो को मोबाइल फोन व वाट्सप मैसेज व इमेल के माध्यम से बहला फुसला कर लालच देकर अपने आर्थिक लाभ के लिए अपने खाते में पैसा ट्रांसफर करवाते है । इनके द्वारा किसी प्रोडक्ट की डिलीवरी का लालच देकर व फर्जी अधिकारी बनकर लोगो को अपने झांसे मे लेकर अपने अकाउंट मे पैसा ट्रांसफर करवा लेते थे। थाना इन्दिरापुरम पर पंजीकृत अभियोग मे इनके द्वारा पीड़ित राजेन्द्र यादव से कोलानूट हर्बल प्रोडेक्ट की डिलीवरी का लालच देकर लगभग 20 लाख रु0 विभिन्न खातो में ट्रांसफर कराये गये थे। फ्रॉड की गयी धनराशी को प्राप्त करने के लिए इनके द्वारा आम लोगो को लालच देकर उनके नाम से बैंको में खाते खुलवाये जाते हैं। व उन्हे भी थोड़ा बहुत पैसा दिया जाता है। अभियुक्त सत्यम द्वारा पूछताछ में बताया की वह उमेश शुक्ला के कहने पर फर्जी फर्म व जीएसटी रजिसटर्ड कराकर खाते खुलवाता है। इसमे उमेश शुक्ला उसकी मदद करता है। उमेश शुक्ला द्वारा पूछताछ मे बताया की वह इन फर्जी खातो को खुलवाकर आशीष जायसवाल को देता है जिसके बदले आशीष से मोटी रकम प्राप्त होती है। अभियुक्त आशीष द्वारा पूछताछ मे बताया की वह उमेश शुक्ला से प्राप्त खातो मे अपने टीम के माध्यम से फ्राड की गयी धनराशी को प्राप्त करके आपस मे बाँट लेते है। इनके द्वारा आयोध्या नि0 ग्राम रसई थाना खजनी जनपद गौरखपुर हाल निवासी लिटिल एकेडमी इन्द्रानगर गौरखपुर को लालच देकर उसके नाम से जीएसटी नम्बर लेकर एसके एन्ट्रप्राइजेज के नाम से फर्जी एग्रीमैन्ट तैयार करके फर्म रजिस्टर्ड करायी गयी थी तथा आयोध्या व फर्म के नाम से लगभग 30 से 32 करन्ट एकाउन्ट व सेविंग एकाउन्ट विभिन्न बैंको में खुलवाये थे। इस गिरोह मे काफी लोग सम्मलित हैं । जिसमे इनका साथी शुभम उर्फ गोलू निवासी शिवपुर सहाबगंज पडरी बाजार शिवपुर शाहपुर गौरखपुर तथा दिल्ली निवासी मुल्ला अकरम व उनके अन्य साथी भी शामिल हैं। अभियुक्तगणों के पास* जो एटीएम-डेबिट कार्ड व चैक बुक व पास बुक आदि बरामद हुए है उनमे से अधिकांश आयोध्या प्रसाद व उसके नाम से बनायी। फर्जी फर्म एसके एन्ट्रप्राजेज की हैं। उन रुपयो में से बचे हुए हैं बाकि के रुपये इन लोगो द्वारा घुमने फिरने में खर्च कर दिये हैं।
गाजियाबाद से क्राइम रिपोर्टर सद्दाम हुसैन की रिपोर्ट