राजकीय महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन हुआ
बदायूँ। राजकीय महाविद्यालय आवास विकास बदायूं में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन (यू.एस) नई दिल्ली के द्वारा चलाए जा रहे “न्याय तक पहुंच” अभियान के अंतर्गत बाल विवाह मुक्त भारत बनाने के लिए जनपद बदायूं में कार्यरत संस्था काशी समाज शिक्षा विकास संस्थान के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में बचपन बचाओ आन्दोलन, बाल विवाह निषेध, बाल श्रम निषेध, बाल यौन शोषण, यौन हिंसा आदि विषयों पर व्याख्यान के साथ शपथ ग्रहण हुआ।

मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष वर्षा सिंह यादव, विशिष्ट अतिथि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सारिका गोयल, जिला बाल संरक्षण अधिकारी बदायूं अभय कुमार आदि ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के पुत्र एवं सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता ऋभु भुवन के द्वारा लिखित पुस्तक व्हेन चिल्ड्रन हैव चिल्ड्रन नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ अंशु सत्यार्थी ने तथा संचालन डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने किया।

मुख्य अतिथि वर्षा सिंह यादव ने कहा कि कम उम्र में विवाह कर गर्भवती होने से बच्चियों का जीवन खतरे में पड़ जाता है। हमारी बच्चियों को स्कूल जाने की जरूरत है बच्चा पैदा करने की नहीं। उन्होंने कहा कि बाल विवाह कानूनन अपराध है, लेकिन कानून से बड़ा सामाजिक जागरूकता होती है, जिसके अभाव में बाल विवाह मुक्त भारत बनाना असंभव है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी अभय कुमार ने नारी सशक्तिकरण के लिए शासन की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला और छात्राओं को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ और सशक्त बनने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सारिका गोयल ने कहा कि बिना आरक्षण के बेटियां बेटों से अधिक संख्या में प्रशासनिक पदों पर नियुक्त हो रही हैं। उन्होंने छात्राओं को सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव से सतर्क रहने के लिए सचेत किया। उन्होंने ईमानदारी के साथ शिक्षा ग्रहण कर अपने पैरों पर खड़ा होने के बाद ही विवाह करने का आह्वान किया। बाल विवाह से पीड़िता ग्राम संजरपुर गुलाल निवासिनी प्रभा तोमर ने अपनी जीवन के संस्मरण सुना कर छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। बाल कल्याण समिति की सदस्य सविता ने कहा कि हम अपनी बच्चियों के अधिकारों की रक्षा के लिए सतत प्रयत्नशील रहें।

कार्यक्रम में एच.एच.टी.यू.विनोद कुमार वर्धन, जिला प्रोजेक्ट समन्वयक गौरव शंखधार, अनूप सिंह, शगुन शर्मा, निफा बी, स्नेहा पांडे, प्रिया, आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। अतिथियों का स्वागत वैज लगा कर किया गया। आभार ज्ञापन डॉ प्रेमचंद चौधरी ने तथा समापन भाषण संस्था अध्यक्ष स्वयं प्रकाश सिंह ने किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह तथा कार्यक्रम में भाषण देने वाले छात्र छात्राओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डॉ सतीश सिंह यादव, डॉ संजीव राठौर, डॉ नीरज कुमार, डॉ संजय कुमार, डॉ सरिता यादव,संस्था की सचिव मीना सिंह, आरती सक्सैना, अनुपम, देवेंद्र कुमार, कांति, गंगा सिंह, सुनील, रूबी सिंह आदि उपस्थित रहे।




















































































