बचाओ जल,नही तो बूंद बूंद को तरसेंगे कल
आर्य समाज मंदिर पर भी मनाया जल दिवस
बिल्सी। जल संरक्षण अभियान के तहत आज सोमवार को अरिहंत जल संरक्षण समिति के तत्वावधान में साहबगंज स्थित कैम्प कार्यालय पर विश्व जल दिवस मनाया गया। जहाँ बच्चों को जल संरक्षण के उपाय बताते हुए जल का दैनिक जीवन मे महत्व को समझाया। जल को बर्बाद होने से बचाने के उपाय बताए। समिति के संस्थापक प्रशान्त जैन ने कहा कि भूगर्भ विभाग के अनुसार साल में तकरीबन एक मीटर जल का स्तर गिरता जा रहा है।1980 से अब तक भूगर्भ जल सात से नौ मीटर नीचे चला गया है। आने वाले दिनों में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस जाएंगे। वर्षा के बाद पानी सबसे ऊपर होता है। वर्षा शुरू होने से पहले नीचे चला जाता है। जिलाध्यक्ष विशाल सागर ने कहा कि विश्व जल दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया को यह बताना है कि पानी बचाना कितना जरूरी है। ये हमारा मूलभूत संसाधन है, इससे कई काम संचालित होते हैं और इसकी कमी से ज्यातार क्रिया कलाप ठप हो सकते हैं। लोगों को बताना कि पानी के बिना उनके अस्तित्व पर संकट गहरा सकता है। इस मौके पर जिला प्रभारी प्रशान्त दीक्षित, अनुज शर्मा, प्रतीक शर्मा, दीपक कुमार, दर्षित सिंह, ग्रीश शर्मा, अमन गुप्ता आदि मौजूद रहे। इधर तहसील क्षेत्र के गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर में आज विश्व जल दिवस मनाया गया। वैदिक विद्वान आचार्य संजीव
रूप ने कहा सोने चांदी से भी मूल्यवान है पानी। जल वह है जिसमें हम जन्म लेते हैं और जिसमें हम लय हो जाते हैं। हमारे शरीर में 80% जल ही है, यदि जल जल गया तो हमारा अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। इसलिए हम सबको प्रयत्न पूर्वक एक-एक बूंद जल की बचानी जरूरी है। इस मौके पर मास्टर साहब सिंह, अगरपाल सिंह, प्रज्ञा आर्य आदि मौजूद रहे।
