बदायूं। गौरी शंकर मंदिर में चल रही श्री शिव महापुराण की कथा के सातवें दिन कथा व्यास दीपक शंखधार ने कहा , जिसका भगवान रक्षक होता है उसे कोई कुछ नहीं बिगाड़ा सकता है। भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए भगवान अपना सिंहासन छोड़कर दौड़े चले आए। परमात्मा हर जगह हर वस्तु में व्याप्त है। उसकी कृपा पाने के लिए पहले सदगुरुओं कृपा जरुरी होती है। कथा व्यास ने तारकासुर,शंखचूर उद्धार ,हिरण्याकश्पु मोक्ष की भी कथा विस्तार से सुनाई। भक्तों ने भजनों की मधुर ध्वनि पर जमकर भाव नृत्य किया। भक्तों की अपार भीड़ से भरे कथा पांडाल को भी सुदर ढंग से सजाया गया। ओम नारायण उपाध्याय, आर के उपाध्याय अनिल कुमार गुप्ता, तनुज मिश्रा, राजेश सारस्वत, सुरेंद्र उपाध्याय, अभिषेक उपाध्याय आदि का विशेष सहयोग रहा। संचालन कामेश पाठक ने किया । मूल पाठ आचार्य शिवम् ने किया और पूजन का कार्य पंडित प्रफुल्लकांत शुक्ल,सोनू पाराशरी,एवं रवीकांत दुवे ने करवाया । प्रधानाचार्य मुकेश मोहन पाठक सहित रमेशचंद्र शंखवार,विक्की उपाध्याय ,दिनेश गुप्ता, गोपाल साहू,तनुज मिश्र, समेत सैकड़ों भक्तगण कथा में मौजूद रहे । दीपक और उनके साथियों ने वाद्ययंत्रों पर संगत दी।