बिल्सी के वहेटा गुसाई में शुरु हुई रामकथा बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव वहेटा गुसाई में रामकृष्ण कथा समिति के तत्वावधान में गावं राधाकृष्ण गुप्ता के आवास के निकट मैदान पर रामकथा का आयोजन बीती बुधवार की रात से शुरु किया गया। रामकथा के प्रथम दिन की शुरुआत दीप प्रज्जवलन, आरती और विश्व शांति के लिए प्रार्थना से की गई। मैनपुरी से पधारी कथावाचक अनुराधा मिश्रा ने रामकथा के माध्यम से राम चरित्र, पारिवारिक समस्याएं, सामाजिक जिम्मेदारियां आदि का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि कथा इस भाव से सुनें कि ये मेरे ही घर, परिवार की कहानी है। भगवान राम प्रत्येक घर के सदस्य हैं, किसी को भी ये नहीं भूलना चाहिए। जिनके मन में मानवता को जगाने का भाव है उन सभी के घर के सदस्य हैं भगवान श्री राम। उन्होंने कहा कि राम कथा से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। कुछ लोग कहते हैं कि राम कथा गंभीर होती है, उसे सुनने में मन नहीं लगता। लेकिन ये बात जान लें कि जीवन में कई बार ऐसे पल आते हैं जब हमें गंभीर होना पड़ता है। तब हमें राम कथा बहुत बड़ा संभल देती है। ये कथा हम सबके जीवन में बहुत मायने रखती है। उन्होने कहा कि हमें ये सोचना चाहिए कि हमारा संबंध रामायण के कौन से पात्र से है। माताएं इस पर विचार करें कि रामायण में जितनी भी माताओं का वर्णन किया गया है उनमें से मैं कौन सी माता से मेल खाती हूं। अगर भाई हैं तो आप देखें कि रामायण के कौन से चरित्र से आपका संबंध है। आप सोचे की आप रामायण के कौन से चरित्र से संबंध मेल खाते हैं और जिस चरित्र से मेरा संबंध है क्या मैं उसके जैसा बन पा रहा हूं। अगर नहीं बन पा रहे हैं तो बनने की कोशिश करें। इस मौके पर कथावाचक आचार्या विष्णु पांडेय, प्रहलाद पुरी, प्रमोद गुप्ता, रामअवतार गुप्ता, सुमित गुप्ता, अखिलेश गुप्ता, राजेश कुमार, महेश वर्मा, मुकेश गुप्ता, नवीन वार्ष्णेय, मुन्नी देवी, मीरा वर्मा, तनु वार्ष्णेय, राधा देवी, राधाकृष्ण गुप्ता आदि मौजूद रहे।