नई दिल्ली। दिल्ली और देश के प्रमुख व्यापारी संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिखा है जिसमें राष्ट्रीय अवकाशों के सन्दर्भ में एक अधिसूचना जारी करने की मांग की गयी है। सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि 26 जनवरी , 15 अगस्त और 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय अवकाशों की श्रेणी में रखा गया है और इन तिथियों पर सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों को बन्द रखना अनिवार्य माना गया है , इसी कारण पिछले काफी वर्षों से दिल्ली ही नहीं अपितु देश के सभी छोटे बड़े व्यापारी और उद्यमी इन तिथियों पर अपनी दुकानें और फैक्ट्रियां बन्द रखते हैं। अगर हम दिल्ली की बात करें तो दिल्ली के सभी प्रमुख बाजारों चांदनी चौक , सदर बाजार , कशमीरी गेट , नया बाजार , खारी बावली , चावडी बाजार , करोल बाग , गांधी नगर आदि के अलावा छोटी बड़ी रिटेल शाॅप्स भी बंद रहती हैं लेकिन प्रायः देखने में आया है कि इन तिथियों पर बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान जैसे बिग बाजार और माॅल्स आदि खुले रहते हैं। क्योंकि ये तिथियां हमारी राष्ट्रीय अस्मिता , एकता और स्वाभिमान से जुड़ी हुयी हैं इसी कारण हर व्यापारी और उद्यमी इन तिथियों का सम्मान करते हुये इन तिथियों को अपने प्रतिष्ठान बन्द रखते हैं। सीटीआई का कहना है कि बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों जैसे बिग बाजार और माॅल्स आदि को भी इन तिथियों का सम्मान करते हुये इन राष्ट्रीय अवकाशों पर अपने प्रतिष्ठान बन्द रखने चाहिये। सीटीआई ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि वो राष्ट्रीय अवकाशों के सन्दर्भ में एक अधिसूचना जारी करे। इस पत्र की काॅपी गृहमंत्री अमित शाह को भी भेजी गई है। सीटीआई का कहना है कि दिल्ली की 50 से अधिक ट्रेड एसोसिएशन्स से उनकी इस मुद्दे पर बात हुई है और सभी ने सीटीआई की इस मुहिम का समर्थन किया है।