बदायूँ। अंजुमन गुलामाने चिश्तिया साबरिया सोसायटी की ओर से हजरत शाह बिलायत (छोटे सरकार) की दरगाह पर ठन्डे पानी की सबील का इन्तजाम किया गया। हर गुरुवार की भांति इस गुरुवार को भी दरगाह पर आये हर जाति व धर्म के जायरीनों / श्रद्धालुओं को शीतल जल का वितरण किया गया। यहां बता दें कि आज मोहर्रम की पहली तारीख है और दरगाह पर जायरीनों का बड़ी संख्या में आना होता है। मोहर्रम के महीने बाद बहुत बड़ा मर्तवा होता है व मुस्लिम मजहब में इस महीने का बहुत बड़ा मर्तवा होता है। इस महीने में यजीद से कर्बला के मैदान में पानी न मिलने की वजह से प्यासे होने के कारण व नमाज अदा करते वक्त हुसैन अलय सलाम को यजीदों ने शहीद कर दिया था। इसलिए इस महीने में पानी का मर्तवा बहुत ज्यादा होता है व पानी की सबील लगाना बहुत पुण्य का कार्य होता है जो दस मोहर्रम तक लंगर के रूप में जारी रहता है और लोग जगह-जगह पानी व शरबत की सबील लगाकर पुण्य का कार्य करते हैं। खास बात यह है कि आज इस सबील में सिरकत करने जामा मस्जिद शम्सी बदायूँ के पूर्व मरहूम इकबाल साहब के पुत्र वसीम हसन कादरी ने शिरकत की व सलीम अहमद व सूफी सय्यद शमशाद हुसैन साबरी के साथ पूरे टाइम जायरीनों को अपने हाथों से ठण्डे पानी का वितरण किया। इस मौके पर शिरकत करने वालों में जाबिर खां, शमीम साबिरी, यूसुफ अब्बासी, सलीम शाह, फिरासत, सय्यद बहाज, आरिफ साबरी आदि लोग शामिल थे।