मथुरा। बाड़मेर-मथुरा सुपर फास्ट एक्सप्रेस में सोमवार को जांच के दौरान आरपीएफ का फर्जी कांस्टेबल बनकर बे टिकट यात्रा करते एक युवक को पकड़ लिया गया। युवक ने कांस्टेबल की आईडी तक दिखाई परंतु आधार कार्ड देखने पर फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। आरपीएफ ने उसे जीआरपी के हवाले किया है। मथुरा से बाड़मेर जाने वाली सुपर फास्ट एक्सप्रेस के कोच संख्या एबी-1 में एक युवक से जब टिकट चेकिंग स्टाफ सीटीआई प्यारेलाल, टीटीई करण सिंह और सुमित कुमार ने टिकट मांगी तो उसने खुद को आरपीएफ आबूरोड का कांस्टेबल बताया। स्टॉफ को शक हुआ तो उसने कांस्टेबल होेने के सबूत दिखाए। आईडी अरुण कुमार के नाम से थी। रेलवे स्टॉफ ने आधार कार्ड दिखाने को कहा तो सच्चाई सामने आ गई। आधार कार्ड पर नाम रिंकू गुर्जर पुत्र सूरजमल गुर्जर लिखा था। मथुरा आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक अवधेश गोस्वामी ने बताया कि युवक से पूछताछ की गई तो पता उसने बताया काफी दिन पहले उसे अरुण कुमार के नाम के आरपीएफ कांस्टेबल की आईडी मिल गई थी, जिसका वह दुरुपयोग करने लगा। जीआरपी निरीक्षक विकास सक्सैना ने बताया कि युवक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।